पूर्व नक्सलियों ने नक्सलवाद के खिलाफ दिखाने शुरू किए कमाल
रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ लोहे से लोहे को काटने की नीति के घुर नक्सल इलाके बस्तर में असर दिखने लगा है। सुरक्षा बलों में शामिल पुरूष ही नहीं बल्कि महिला पूर्व नक्सलियों ने भी नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में कमाल दिखाना शुरू कर दिया है। लगभग डेढ़ वर्ष पहले तक सुरक्षा बलों से जमकर मोर्चा लेने वाली तीन महिला नक्सलियों कोसी,फूलो मरकाम और प्रमिला मरकाम ने आन्ध्र के नक्सलियों के रवैये से रूष्ट एवं राज्य सरकार के इलाके में शुरू विकास गतिविधियों से प्रभावित होकर नक्सली जीवन को अलविदा करते हुए पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस ने सरकार की नीति के तहत उन्हे कमांडो का विशेष प्रशिक्षण दिलवाया,और फिर उन्हे पुलिस में शामिल कर लिया। बस्तर के जंगलों और नक्सलियों के हर तौर तरीकों से अच्छी तरह वाकिफ ये कमांडों लगातार आपरेशन में हिस्सा ले रही है। बस्तर जिले में दो दिन पहले पुलिस को इन्द्रावती नदी पार कर बास्तानार की ओर से नक्सलियों के आने की सूचना मिली,जिसके बाद सुरक्षा बलों की टीम को रवाना किया गया। इस दल में कोसी,फूलो मरकाम और प्रमिला मरकाम शामिल थी।