• राजिम कुंभ की तैयारी युध्द स्तर पर

    छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के नाम से प्रसिध्द तीर्थ राजिम के त्रिवेणी संगम पर शनिवार 30 जनवरी से शुरू हो रहे राजिम कुंभ मेले की तैयारी युध्द स्तर पर चल रही है।...

    रायपुर !   छत्तीसगढ़ के प्रयागराज के नाम से प्रसिध्द तीर्थ राजिम के त्रिवेणी संगम पर शनिवार 30 जनवरी से शुरू हो रहे राजिम कुंभ मेले की तैयारी युध्द स्तर पर चल रही है। पर्यटन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज शाम राजिम पहुंचकर मेला स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने संत समागम स्थल, मुख्य मंच, कुलेश्वर मंदिर, लोमश ऋषि आश्रम के आस-पास मेले में आने वाले श्रध्दालुओं तथा साधु संतों की सुविधा की दृष्टि से की गई तैयारियों का अवलोकन किया। उन्होंने इसके बाद अधिकारियों की बैठक लेकर 29 जनवरी तक सभी जरूरी व्यवस्थाएं पूर्ण करने के निर्देश दिए।

    श्री अग्रवाल ने बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, विद्युत विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जल संसाधन विभाग, पुलिस विभाग के अतिरिक्त स्थानीय नगरी निकायों के अधिकारियों से मेला स्थल पर उनके विभाग द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी ली। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मेला स्थल पर नयापारा, राजिम, कुलेश्वर मंदिर, मुख्य मंच स्थल, संत समागम स्थल और राजीव-लोचन मंदिर को जोड़ने के लिए आंतरिक सड़कें बनाई जा चुकी है। श्री अग्रवाल ने कुलेश्वर मंदिर के चारो अस्थाई सड़क बनाने के निर्देश भी दिए। साधु-संतों के स्नान के लिए शाही कुंड बन गया है। आंतरिक सड़कों में दो पुलिये बनाए जा चुके हैं। श्री अग्रवाल ने इन पुलियों में सुरक्षा की दृष्टि से बेरीकेटिंग करने के निर्देश दिए है। मेला स्थल पर पार्किंग की समुचित व्यवस्था कर ली गई है। श्री अग्रवाल ने संत समागम स्थल पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने साधु कुटियों और यज्ञ शाला का निर्माण जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। साधु संतों के आवास के लिए पांच बड़े डोम बन गए हैं। राजीव लोचन मंदिर के पास बनने वाले मुख्य मंच तथा मेला स्थल पर प्रवचन मंच का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।


    लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पूरा मेला स्थल पर पेयजल आपूर्ति के लिए करीब साढ़े पांच हजार मीटर पाइप लाईन बिछाई जा चुकी है। वहां पर बने 125 अस्थाई शौचालयों में पानी की व्यवस्था की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जलाऊ लकड़ी और बांस-बल्ली पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है। विद्युत विभाग द्वारा सभी मंदिर परिसरों और मेला स्थल पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जा रही है। विशेष परिस्थितियों के लिए जनरेटर के प्रबंध भी किए गए हैं। मेला स्थल पर बनने वाले दाल-भात की राशन का आवंटन जारी किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से नयापारा, राजिम और मेला स्थल पर डॉक्टरों की डयूटी लगाई जा चुकी है। चार एम्बुलेंस भी चिकित्सा सुविधा के लिए मेले के दौरान चौबीस घंटे उपलब्ध रहेंगे। परिवहन विभाग द्वारा धमतरी, रायपुर, महासमुंद और गरियाबंद से बसों की नियमित आवाजाही के लिए निर्देश जारी किए हैं। पर्यटन मंत्री श्री अग्रवाल ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मुख्य मंच आस-पास पर्याप्त सुरक्षा के प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेला स्थल पर नियमित रूप से पुलिस की पेट्रोलिंग व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने कहा कि मेला स्थल की आंतरिक सड़कों के किनारे दुकानें सड़क से पांच-सात फीट पीछे लगाई जाए ताकि आवागमन कोई असुविधा न हो। उन्होंने राजिम कुंभ मेला के उध्दाटन, संत समागम के शुभारंभ तथा समापन अवसर सहित विशिष्ट व्यक्तियों के आगमन के समय कार्यम स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर आयुक्त संस्कृति राजीव श्रीवास्तव, प्रबंध संचालक छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल सुब्रत साहू सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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