• 400 करोड़ रुपये के टैंकर घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछताछ

    नई दिल्ली ! दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने रविवार को 400 करोड़ रुपये के कथित टैंकर घोटाले की जांच के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछताछ की। एसीबी प्रमुख एम. के. मीना ने आईएएनएस से कहा, "हमलोगों ने शीला दीक्षित से आज (रविवार) उनके आवास पर पूछताछ की।"...

    नई दिल्ली !  दिल्ली की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने रविवार को 400 करोड़ रुपये के कथित टैंकर घोटाले की जांच के सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछताछ की। एसीबी प्रमुख एम. के. मीना ने आईएएनएस से कहा, "हमलोगों ने शीला दीक्षित से आज (रविवार) उनके आवास पर पूछताछ की।" दिल्ली के जल मंत्री कपिल मिश्रा की शीला दीक्षित के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत पर एसीबी ने यह कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित ने इस बात से इनकार किया है कि एसीबी ने इस कथित घोटाले के बारे में उनसे पूछताछ की है, लेकिन उन्होंने सवालों की सूची सौंपने की बात स्वीकार की है। मिश्र ने सही ढंग से पूछताछ नहीं करके दीक्षित को जवाब देने के लिए सवाल सौंपने पर एसीबी पर निशाना साधा है। कौन से सवाल पूछे गए, इसका ब्योरा देने से एसीबी प्रमुख मीना ने इनकार किया है। मीना ने कहा, "उनसे पूछताछ की गई है और अभी इस मामले की जांच जारी है, इसलिए मैं और कुछ साझा नहीं कर सकता।" मीना ने यह भी बताने से इनकार कर दिया कि क्या एसीबी ने दीक्षित से आने वाले दिनों में जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा है? अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "एसीबी के प्रश्नों की सूची में कुल 18 प्रश्न हैं और इनका उत्तर देने में समय लगेगा।" यह पूछने पर कि क्या एसीबी ने उन सवालों के जवाब देने के लिए कुछ खास समय दिया है? उन्होंने कहा, "एसीबी ने मुझे जवाब देने के लिए कोई समय सीमा नहीं तय की है। बहुत सारे ऐसे ब्योरे हैं, जो मुझे याद नहीं हैं और बहुत सारे अधिकारी और एजेंसियां थी, जिन्होंने पानी के टैंकरों को खरीदने में संयुक्त रूप से फैसला लिया था। उनमें से बहुत सारी अब भी काम कर रही हैं।" इस बीच जल मंत्री मिश्रा ने आरोप लगाया है कि एसीबी कांग्रेस नेता के आवास पर चाय पीने गई थी, न तो शीला दीक्षित से पूछताछ हुई और न ही जिरह की गई। उन्होंने कहा, "मैं इस मामले का शिकायतकर्ता हूं और मुझे एसीबी ने पूछताछ करने के लिए बुलाया था। एसीबी ने मुझसे चार घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। लेकिन जब एसीबी की टीम कांग्रेस नेता के घर पहुंची तो उनसे पूछताछ नहीं की और सिर्फ उन्हें सवालों की सूची सौंप दी।" मिश्रा ने सवाल किया कि क्या यह टीम दीक्षित के आवास पर चाय पीने गई थी? आम आदमी पार्टी (आप) के नेता मिश्रा ने इस कथित घोटाले में शीला दीक्षित को गिरफ्तार करने की मांग की है। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 'देर का कारण बनने और पानी के टैंकरों का ठेका रद्द नहीं करने' को लेकर इस साल जून में एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। जबकि मिश्रा ने उप राज्यपाल नजीब जंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। गुप्ता की शिकायत में केजरीवाल का नाम शामिल था। आप की सरकार ने जून 2015 में इस मामले में वास्तविकता का पता लगाने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी गठित की थी, ताकि वर्ष 2012 में जब दीक्षित शासन में थीं तब स्टेनलेस स्टील के 385 पानी के टैंकरों के लेने में दिल्ली जल बोर्ड द्वारा बरती गईं अनियमितताओं की जांच कराई जा सके।


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