• एक हफ्ते से भूखी-प्यासी कमरे में बंद रहीं मासूम

    नई दिल्ली ! मां-बाप का अपने बच्चों के लिए त्याग करने मिसालें तो कई सुनने को मिली हैं, लेकिन इस मामले में मां-बाप द्वारा दो बेटियों को ही त्यागने का किस्सा सामने आया है।...

      पड़ोसियों ने दोनों बच्चियों को पहुंचाया अस्पताल,मासूमों की हालत स्थिर


    नई दिल्ली !  मां-बाप का अपने बच्चों के लिए त्याग करने मिसालें तो कई सुनने को मिली हैं, लेकिन इस मामले में मां-बाप द्वारा दो बेटियों को ही त्यागने का किस्सा सामने आया है। भूख-प्यास और बीमारी से बेहाल दोनों बच्चियां करीब एक सप्ताह तक अंधेरे कमरे में तड़पती रही और जब वह एक सप्ताह के बाद पुलिस को मिली, तो उनके शरीर पर घावों में संक्रमण हो गया था जिसमें कीड़े पड़ गए थे। मामला बाहरी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके का है, जहां दो नाबालिग लड़कियों को एक अंधेरे कमरे में बंद कर उनका पिता फरार हो गया है। 19 अगस्त से अंधेरे कमरे में कैद बच्चियों का खुलासा बुधवार देर शाम हुआ, जब एक पड़ोसी को अंदर से बदबू आती महसूस हुई। उसने मामले की जानकारी पुलिस पीसीआर को दी और जब पुलिस ने आकर दरवाजा तोड़ा तो दोनों बच्चियों को बेसुध अवस्था में देखा। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक लडक़ी की उम्र आठ वर्ष है, जबकि दूसरी तीन साल की बताई जा रही है। जब पुलिस कमरे में दाखिल हुई तो पूरे कमरे में मच्छर भरे हुए थे। पुलिस की कई टीमें बच्ची के पिता को ढूढऩे में जुटी हुई हैं। उन्होंने बताया कि लड़कियों को त्वचा संक्रमित हो गई है और पिछले एक सप्ताह से कुछ न खाने पीने के चलते उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। पुलिस ने दोनों बच्चियों को बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया, जिसके बाद डॉक्टर बच्चियों की हालत स्थिर बता रहे हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो बच्ची के पिता की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी बंटी के रूप में की गई है, जो दिल्ली में मजदूरी का काम करता था। पड़ोसियों की मानें तो बंटी नियमित रूप से शराब पीने के बाद अपनी पत्नी से मारपीट करता था। बंटी मजदूरी कर जो भी पैसे कमाता था, उसे शराब पीने में खर्च कर देता था और फिर इसके बाद आकर अपनी पत्नी के साथ मारपीट करता था। पड़ोसियों ने बताया कि बंटी के साथ रोज रोज के झगड़े से परेशान उसकी पत्नी अपने पांच वर्षीय बेटे के साथ पिछले महीने घर छोडक़र चली गई थी, जिसके बाद बंटी घर में अपनी बेटियों से मारपीट करने लगा। कुछ दिनों पहले बंटी अपनी मां को भी पीटता था, जिसके चलते वह बंटी से बातचीत नहीं करती थी। बंटी की मां ने पुलिस को बताया कि वह दोनों बच्चियों की परवरिश नहीं कर सकती थी, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। मामला मीडिया में आने के बाद दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने अस्पताल जाकर बच्चियों से मुलाकात की। उन्होंने मुलाकात के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि दोनों बच्चियों से मुलाकात की, उनके पूरे शरीर में संक्रमण लगा हुआ है। ऐसे अभिभावक को सजा मिलनी चाहिए। मालीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार के बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार ने बच्चियों के स्कूल में दाखिला करवाने का आश्वासन दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने इस बाबत आईपीसी की धारा 317 ‘अभिभावक द्वारा बच्चों को पीटना’ और 75 के अंर्तगत मामला दर्ज कर लिया है और बच्चियों की हालत बेहतर होने के बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा।

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