ब्राजील ! ब्राजीलियाई सीनेट ने निलंबित राष्ट्रपति डिल्मा रौसेफ के खिलाफ महाभियोग पर सुनवाई शुरू कर दी है। रौसेफ पर बिना संसदीय अनुमति के वित्तीय अनियमितताओं के जरिए बजटीय घाटे को छिपाने का आरोप है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सुनवाई शुरू करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रिकाडरे लीवेंडाउस्की ने गुरुवार को सीनेट में सदस्यों की कम उपस्थिति के बीच सुनवाई का आदेश सुनाया। 81 सदस्यीय सीनेट में केवल 28 सदस्य उपस्थित थे।
दैनिक समाचार पत्र 'ओ ग्लोबो' के अनुसार, संघीय जवाबदेही (टीसीयू) कार्यालय के एक सरकारी अधिकारी जूलियो मार्सेलो ओलिविएरा ने अभियोग के दौरान रौसेफ पर वित्तीय हेराफेरी के जरिए संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
डी ओलिविएरा ने कहा कि टीसीयू ने भी साल 2014 या 2015 में इस तरह की कार्रवाई करने की कभी अनुमति नहीं दी।
अभियोजन पक्ष के गवाहों की सुनवाई जरूरत पड़ने पर शनिवार तक जारी रह सकती है। बचाव पक्ष ने अपने छह गवाह पेश पेश किए हैं।
प्रत्येक गवाह के बयान अलग-अलग सुने जाएंगे और इसके बाद प्रत्येक सीनेट सदस्य को प्रश्न पूछने के लिए तीन मिनट का समय आवंटित किया गया है और जवाब देने के लिए तीन मिनट का समय तय है।
निलंबित राष्ट्रपति रौसेफ अपनी सफाई देने के लिए 27 अगस्त को अपस्थित होंगी, जबकि अभियोजन और बचाव पक्ष के अधिवक्ता अपने-अपने पक्ष प्रस्तुत करेंगे। अगले दिन सीनेट के सदस्य मामले के बारे में अपनी राय देंगे।
अगर समय बचा तो रौसेफ को दोषी ठहराने या नहीं ठहाराने के लिए सीनेट में निर्णायक मतदान 30 अगस्त को हो सकता है या फिर अगले दिन होगा। उन्हें पदमुक्त करने के लिए 81 सदस्यीय सीनेट में दो-तिहाई बहुमत (54 मतों) की जरूरत होगी।