• बाढ़ के कारण घाट किनारे रोजगारों के सामने रोटी के लाले

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नदियों में आयी उफान की वजह से घाट पर रोजगार चलाने वाले लोगों के सामने अब रोजी-रोटी की विकट समस्या खडी हो गयी है।...

     

    बाढ़ के कारण घाट किनारे रोजगारों के सामने रोटी के लाले

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नदियों में आयी उफान की वजह से घाट पर रोजगार चलाने वाले लोगों के सामने अब रोजी-रोटी की विकट समस्या खडी हो गयी है। लगभग एक सप्ताह से उफान भर रही नदियों का जलस्तर इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी में भले ही स्थिर हो गया है लेकिन वह अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।


    इलाहाबाद, मिर्जापुर और वाराणसी के घाटों पर दर्शनार्थियों के लिए फूल, माला, दीपक, प्रसाद, पूजा सामग्री का छोटा मोटा कारोबार करने वाले और नाविकों के लगभग 3000 से अधिक परिवारों के सामने बेरोजगारी पैदा हो गयी जिससे उन्हें दो जून की रोटी के लाले पड गये हैं। पुरोहित अपने यजमानों के लिए तरस रहे हैं।

    इलाहाबाद संगम तट पर बडी तादाद में फूल-माला, प्रसाद बेंचने वालों की दुकानें सजी रहती थीं लेकिन बाढ की विकरालता ने उन्हें दर दर भटकने को मजबूर कर दिया। उन्हें अब मंदिरों के बाहर का आसरा है। वहां पहले से जमे लोग दूसरों को टिकने नहीं देते। अब तो चलती फिरती दुकान से सुबह शाम दस-बीस रूपया जुटाना भी उनके लिए बहुत मुश्किल है।  

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