• मप्र में जन्माष्टमी की धूम

    भोपाल। मध्य प्रदेश में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जा रही है, मंदिरों की आकर्षक साज-सज्जा की गई है और श्रद्घालु विधिविधान से पूजा अर्चना में जुटे हुए हैं।...

     

    मप्र में जन्माष्टमी की धूम

    भोपाल।  मध्य प्रदेश में जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जा रही है, मंदिरों की आकर्षक साज-सज्जा की गई है और श्रद्घालु विधिविधान से पूजा अर्चना में जुटे हुए हैं। राज्य के राज्यपाल रामनरेश यादव व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी पर्व की बधाई दी है।राजधानी भोपाल सहित राज्य के प्रमुख शहरों से लेकर कस्बों-गांव की गलियों में स्थित मंदिरों में गुरुवार की सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है।

    मंदिरों की विशेष साज-सज्जा के साथ प्रतिमाओं का खास श्रंगार किया गया है। इसके अलावा गीत-संगीत का दौर जारी है। वैसे तो जन्मोत्सव रात 12 बजे होगा लेकिन दिन में ही श्रद्घालु अपने आराध्य के दर्शनों के लिए मंदिरों में पहुंच रहे हैं।राजधानी के प्रणामी मंदिर में जन्माष्टमी को लेकर खास तैयारी हो रही है, आकर्षक झांकी बनाई जा रही हैं, प्रतिमाओं का विशेष श्रृंगार किया जा रहा है। इसी तरह इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर के मंदिरों में विशेष अनुष्ठानों का दौर चल रहा है। 


    राज्यपाल राम नरेश यादव ने जन्माष्टमी के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण संपूर्णता का नाम है। उनका जन्म अज्ञान के घोर अंधकार में दिव्य प्रकाश है। भगवान श्रीकृष्ण के भाव को परखने और उसमें अंतर्निहित संदेश को कार्य व्यवहार में उतारने की आवश्यकता है।

    वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्रीकृष्ष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि धर्म की रक्षा और स्थापना के लिए भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ था। उन्होंने संसार को श्रीभगवद्गीता के जरिए कर्मयोग की शिक्षा दी। चौहान ने नागरिकों से भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शो पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि भक्ति, कर्म और ज्ञान मार्ग से ही प्रदेश के नवनिर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा। 

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