• पूर्वोत्तर में हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं प्रभावित

    अगरतला/गुवाहाटी। पूर्वोत्तर में बैंक हड़ताल का व्यापक असर दिखा। यहां शुक्रवार को बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह बाधित रहीं। बैंक कर्मियों की हड़ताल के मद्देनजर अधिकांश बैंक बंद रहे।...

     

    पूर्वोत्तर में हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं प्रभावित

    अगरतला/गुवाहाटी।  पूर्वोत्तर में बैंक हड़ताल का व्यापक असर दिखा। यहां शुक्रवार को बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह बाधित रहीं। बैंक कर्मियों की हड़ताल के मद्देनजर अधिकांश बैंक बंद रहे। हड़ताली कर्मचारी भारतीय स्टेट बैंक में इसके सहयोगी बैंकों के प्रस्तावित विलय का विरोध कर रहे हैं। साथ ही आईडीबीआई बैंक के निजीकरण के भी विरोध में हैं।

    युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के प्रवक्ता सुशोभन दत्ता मजूमदार ने कहा, "पूर्वोत्तर के सातों राज्यों के 3,000 से ज्यादा सरकारी और निजी बैंक शाखाओं के 10,000 से ज्यादा बैंक कर्मचारियों ने इस हड़ताल में हिस्सा लिया। हम बैंकिंग कानूनों में प्रस्तावित संशोधन का विरोध कर रहे हैं।"मजूमदार ने अगरतला में संवाददाताओं से कहा, "बैंकिंग क्षेत्र के प्रस्तावित पुनर्गठन का लक्ष्य विलीनीकरण, अधिग्रहण और भारतीय बैंकों की नियमित गतिविधियों की आउटसोर्सिग करना और इन गतिविधियों और बैंकिंग प्रबंधन में विदेशी बैंकों और निवेशकों को अनुमति देना है।"


    बड़ी संख्या में एटीएम के काम नहीं करने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। यूएफबीयू पांच बैंक कर्मचारी संघों और सरकारी बैंकों के चार अधिकारी संघों का समूह है। इसने भारतीय बैंक एसोसिएशन के साथ हाल ही नई दिल्ली में बातचीत विफल हो जाने के बाद हड़ताल का आह्वान किया था  मजूमदार ने कहा, "बैंक की हड़ताल ना सिर्फ इसके कर्मचारियों के हितों को बचाने के लिए की गई बल्कि यह आन्दोलन केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में तथा भारतीय बैंकों के विदेशी हाथों में जाने से बचाने के लिए है।"

    बैंक कर्मचारी गैर मुख्य गतिविधियों की आउटसोर्सिग को लेकर भी हड़ताल पर हैं। इससे सरकारी और विदेशी मुद्रा लेन-देन प्रभावित हुआ है। पूर्वोत्तर के कई शहरों में हड़ताली कर्मचारियों ने विरोध रैलियां निकालीं।

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