• राजधानी बंद विफल, सड़क पर उतरे जोगी

    रायपुर ! योगेश साहू की मौत मामले में गुरुवार को आयोजित प्रदेश बंद का राजधानी रायपुर में आम जनजीवन पर असर दिखाई नहीं दिया। प्रशासन की सख्ती के चलते रोज की तरह सभी प्रमुख बाजार व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल-कॉलेज, पेट्रोल पम्प, सिनेमाघर पूरी तरह खुले रहे।...

    खुले रहे प्रमुख बाजार, प्रतिष्ठान व स्कूल-कॉलेज रायपुर !   योगेश साहू  की मौत मामले में गुरुवार को आयोजित प्रदेश बंद का राजधानी रायपुर में आम जनजीवन पर असर दिखाई नहीं दिया। प्रशासन की सख्ती के चलते रोज की तरह सभी प्रमुख बाजार व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल-कॉलेज, पेट्रोल पम्प, सिनेमाघर पूरी तरह खुले रहे। सुबह योगेश तिवारी, विनोद तिवारी व अन्य कार्यकर्ता बंद कराने निकले थे। इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसी तरह अजीत जोगी के बंगले की पूरी घेराबंदी की गई थी। बंद पूरी तरह असफल होने पर स्वयं जोगी को सडक़ों पर उतरकर मोर्चा संभालना पड़ा।  दोपहर बारह बजे जोगी व्हील चेयर पर अकेले निकल पड़े। उनके साथ विधान मिश्रा सहित चंद कार्यकर्ता थे। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं से मिलने श्री जोगी जेल जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें राजभवन के समीप रोक दिया। इससे बौखलाए जोगी सीएम हाउस की ओर बढ़ गए। उनकी घेराबंदी कर पुलिस ने सर्किट हाउस के सामने रोक दिया। कार्यकर्ताओं को रिहा करने या उन्हें गिरफ्तार करने की मांग पर जोगी अड़े रहे। अंतत: पेड़ के नीचे धरने पर बैठ गए। बाद में बिस्तर लगाकर लेट गए। आश्वासन पर सायं 4 बजे धरना समाप्त किया। चेम्बर ने बंद का समर्थन नहीं किया था। साहू समाज ने भी बंद से अपने को पूरी तरह अलग कर रखा था। यही वजह है कि बंद का असर नजर नहीं आया। लेकिन इस दौरान आज हाई प्रोफाइल ड्रामा देखने को जरूर मिला। आज सुबह बंद कराने निकले छजकां कार्यकर्ताओं पर सख्ती दिखाते हुए पुलिस ने उन्हें सीधे गिरफ्तार करना शुरू कर दिया। पंडरी बस स्टैण्ड के पास युवा प्रमुख विनोद तिवारी सहित शहर के अन्य हिस्सों व बीरगांव के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर सीधे जेल भेज दिया गया। रायपुर में ही करीब 300 कार्यकर्ताओं को जेल भेजने की कार्रवाई की गई। इसके पूर्व उरला, बीरगांव, माना, अभनपुर, व आसपास के क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घरों से उठा लिया था। वहीं अजीत जोगी के घर के सामने पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। सागौन बंगले मेंं आने-जाने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा गिया गया था। इससे श्री जोगी बंगले में अकेले रह गए। उन्होंने स्वयं को नजरबंद करने का आरोप लगाते हुए एक वीडियो जारी कर दिया। इससेस प्रशासन में हडक़म्प मच गया। पुलिस की तगड़ी घेराबंदी का असर यह हुआ कि रायपुर बंद फ्लाप हो गया। इधर जोगी द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस सागौन बंगले के सामने से हट गई। छजकां कार्यकर्ता गिरफ्तार, रिहा राजधानी में बंद को सफल बनाने के लिए छग जोगी कांग्रेस के कार्यकर्ता सुबह से ही निकल गए थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने शहर में जगह-जगह घूमकर  बंद कराने का प्रयास किया। जिसमें वे सफल नहीं हो सके। पुलिस ने उन्हें पहले ही गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि पण्डरी रेलवे क्रासिंग के पास तेलीबांधा 24, बस स्टैण्ड 26, इधर पार्षद इन्द्रजीत सिंह के नेतृत्व में क टोरातालाब से बंद करते हुए 12 कार्यकर्ता सहित 302 को गिरफ्तार किया गया जिन्हेंं देर शाम छोड़ दिया गया।

    सिविल थाने के सामने सडक़ पर लेटे जोगी गिरफ्तार सभी कार्यकर्ताओं को छुड़ाने इससे तमतमाए श्री जोगी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर जमकर भड़ास निकाली। सरकार बनने पर उन्हें देख लेने की धमकी दे डाली। इस दौरान अधिकारी उनके सामने गिड़गिड़ाते रहे कि सीएम हाउस की ओर नहीं आएं। जोगी ने अधिकारियों को चुनौती देते हुए कहा उन्हें गिरफ्तार करें या उनके कार्यकर्ताओं का रिहा करें। ऊपर से मिले आदेशों के तहत जोगी को गिरफ्तार नहीं किया गया। इसके बाद सिविल लाइन थाने के सामने मुख्य सडक़ पर एक झाड़ के नीचे समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। उन्हें मोर्चा संभालने के लिए सडक़ों पर उतरना पड़ा। रणनीति के तहत कुछ समर्थकों के साथ वे व्हील चेयर पर ही निकल पड़े। जेल में कार्यकर्ताओं से मिलने जाने पर पुलिस ने बीच में रोक दिया। इसके बाद अचानक उन्होंने सीएम हाउस की ओर रूख कर दिया। इसकी खबर लगते ही एडीएम, एसपी सिटी, तहसीलदार सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी वहां पहुंच गए। मुख्यमंत्री निवास जाने से रोकने प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। श्री जोगी जिस रास्ते से आगे बढऩे की कोशिश करते, पुलिस का भारी भरकम अमला उन्हें उनके सामने चट्टान की तरह खढ़ा हो जाता। इसके चलते जोगी समर्थकों की पुलिस के साथ तीखी बहस व धक्का-मुक्की हुई। कलेक्टर ओपी चौधरी सहित अन्य अधिकारी से उनकी फोन पर चर्चा हुई। इसके बाद वे सडक़ पर ही बिस्तर लगाकर लेट गए। सायं चार बजे मुख्यमंत्री निवास से उनके लिए चाय भेजा गया। हालांकि श्री जोगी ने चाय पीने से इंकार कर दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं को छोडऩे का आश्वासन मिलने पर श्री जोगी ने सागौन बंगले की ्ओर कूच किया। ...जब सहमे पुलिस अधिकारी जोगी को सीएम हाउस जाने से रोकने आज पुलिस प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी थी। एएसपी विजय अग्रवाल, सीएसपी संजय ध्रुव, क्राइम ब्रांच प्रभारी संजय सिंह व अन्य अधिकारी उनकी घेराबंदी में लगे थे। इस दौरान धक्का-मुक्की से कई बार जोगी व्हीलचेयर से गिरते बचे। इससे वे तमतमा गए। पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए उनके नाम नोट करने लगे। उनका रूख देखकर अधिकारी हड़बड़ा गए। वर्दी पर लगी नेम प्लेट हटाने लगे। सहमे अधिकारी पीछे हट गए और अपनी जगह छोटे कर्मचारियों को आगे कर दिया।


     सीएम बंगले से आई चाय सिविल लाइन थाना के सामने आज तीन घंटे तक हाई प्रोफाइल ड्रामा चलते रहा। जोगी की चुनौती के बाद अधिकारियों ने उन्हें गिरफ्तार करने से इंकार कर दिया। इस दौरान प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। बताया जाता है कि जोगी को गिरफ्तार नहीं करने का आदेश ऊपर से मिला था। सडक़ पर हाई प्रोफाइल ड्रामा से जनता परेशान होती रही। पुलिस ने दोनों ओर गाडिय़ों को लगाकर रास्ता बंद कर दिया था। सायं चार बजे सीएम हाउस से जोगी के लिए चाय भेजी गई। उसके बाद ही राजनैतिक ड्रामेबाजी का पटाक्षेप हुआ।

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