• भाजपा के बागी विधायक के खिलाफ मामले की जांच

    अहमदाबाद। गुजरात में अमरेली जिले के धारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक नलिन कोटडिया के खिलाफ यहां एक बिल्डर की ओर से दर्ज दो करोड रूपये की जबरन मांग करने, जान से मारने की धमकी देने, कार्यालय में घुस कर मारपीट करने और सोने की जंजीर छीन लेने के मामले तथा इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है।...

     

    भाजपा के बागी विधायक के खिलाफ मामले की जांच

    अहमदाबाद।  गुजरात में अमरेली जिले के धारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक नलिन कोटडिया के खिलाफ यहां एक बिल्डर की ओर से दर्ज दो करोड रूपये की जबरन मांग करने, जान से मारने की धमकी देने, कार्यालय में घुस कर मारपीट करने और सोने की जंजीर छीन लेने के मामले तथा इससे संबंधित सीसीटीवी फुटेज की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गयी है।

    वस्त्रापुर थाने के प्रभारी ए डी परमार ने इसकी पुष्टि करते हुए अाज बताया कि यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।राज्य में चल रहे पाटीदार आरक्षण आंदोलन से जुडे  कोटडिया ने इस मामले को उनकी छवि खराब करने की साजिश करार दिया है।वह पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की गुजरात परिवर्तन पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे हालांकि उनकी पार्टी का बाद में भाजपा में विलय हो गया था।


    कोटडिया ने भाजपा से भी पाटीदार आरक्षण मुद्दे और कुछ अन्य मसलों पर खुली बगावत कर रखी है।बिल्डर मधु पटेल की ओर से कल दर्ज प्राथमिकी संख्या 111/16 में कहा गया है कि श्री कोटडिया 26 जुलाई की रात साढे आठ बजे उनके कार्यालय में गये और उनसे एक जमीन के मामले में उनसे दो करोड रूपये की मांग की।

    ऐसा नहीं करने पर उन्होंने और उनके एक अन्य साथी ने उनसे मारपीट की तथा करीब 60 हजार रूपये कीमत की सोने की जंजीर छीन ली और उन्हें जान से मारने की धमकी दी।इस संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 114, 254 (बी), 325, 352 और 506(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस घटना में  कोटडिया के अलावा उनके एक अन्य अज्ञात साथी को भी आरोपी बनाया गया है।

    उधर कोटडिया ने आरोप लगाया कि उक्त बिल्डर ने ही उन्हे पाटीदार आंदोलन समाप्त कराने के लिए 20 करोड रूपये देने की पेशकश की थी।उसने यह मामला उनकी छवि खराब करने तथा पाटीदार आंदोलन से उनके संबंध के कारण दायर कराया है। इस बीच, आज एक आडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हुइ हैं जिसमें कोटडिया और भाजपा के नेता सुरेश पटेल के बीच कथित बातचीत का अंश है। इसमें मुख्यमंत्री  आनंदीबेन पटेल पर कथित तौर पर लेवुआ पाटीदारों के मुख्य धार्मिक ट्रस्ट खोडलधाम के ट्रस्टी के कहने पर एक जमीन के बारे में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया गया है। समझा जाता है कि क्राइम ब्रांच इस आडियो क्लिप की भी जांच कर सकता है।  

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