महादायी मुद्दे पर विवाद, मुंबई-कर्नाटक क्षेत्र में जनजीवन ठप
बेंगलुरु। कर्नाटक में महादयी जल विवाद के मुद्दे को लेकर आज दूसरे दिन भी विरोध-प्रदर्शनों और बंद के कारण मुम्बई-कर्नाटक क्षेत्र में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा।महादयी जल पंचाट द्वारा कर्नाटक के पांच जिलों में पेयजल के रूप में 7.56 टीएमसी पानी की मांग खारिज किए जाने के बाद कुछ किसान संगठनों ने बंद का आह्वान किया है।बंद के दौरान आंदोलनकारियों ने धारवाड़, गडग, हावेरी, बगलकोट और बेलागावी जिलों में वाहनों के आवागमन को रोक दिया।
पुलिस सूत्रों ने आगजनी और पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़ बंद को शांतिपूर्ण बताया है।धारवाड में प्रदर्शनकारियों ने एक कार आग के हवाले कर दी।कई स्थानों पर यातायात को सुचारू रखने के लिए बैरिकेड लगाए गए हैं और प्रदर्शनकारियों ने दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को जबरन बंद करवा दिया है।किसानों ने पंचाट द्वारा पीने के लिए पानी नहीं देने के निर्णय पर कड़ा विरोध जताते हुए उसके निर्णय को “अमानवीय” बताया है।किसानों ने सिद्दारमैया सरकार पर पंचाट के समक्ष इस मामले काे मजबूती से नहीं रखने का भी आरोप लगाया है।