गुवाहाटी ! असम में बाढ़ ने भयावह रूप ले लिया है तथा 19 जिले जलमग्न हो चुके हैं। साथ ही ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में आए उफान के कारण और भी इलाकों के जलमग्न होने की खबरें हैं। मंगलवार की शाम तक भीषण बाढ़ के कारण राज्य के 2,653 गांव डूब चुके हैं और 15,70,571 लोग प्रभावित हुए हैं। 1,27,786 लोगों को अपने-अपने घर छोड़कर 322 राहत शिविरों में शरण लेनी पड़ी है।
असम के लखीमपुर, गोलाघाट, बोंगाईगांव, जोराहट, धेमाजी, शिवसागर, बारपेटा, कोकराझार, नगांव, डिब्रूगढ़, चिरांग, गोलापाड़ा, तिनसुकिया, डुबरी, मारीगांव, सोनितपुर, बिश्वनाथ, डारंग और नलबाड़ी जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में जाकर बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए और अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है, जिससे केंद्र सरकार को मदद के लिए सौंपे जाने वाले ज्ञापन को तैयार करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री खुद अपने विधानसभा क्षेत्र में माजुली नदी द्वीप जाएंगे और बाढ़ की स्थिति का खुद जायजा लेंगे।
सोनोवाल ने विधायकों से क्षेत्रीय उपायुक्तों से तालमेल बिठाने के लिए भी कहा है ताकि राहत सामग्री के वितरण में आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके।
सोनोवाल ने यहां बुधवार को कहा, "विधायकों को इस संकट की घड़ी में अपने लोगों के बीच होना चाहिए और उन्हें दिलासा देना चाहिए।"