• पारुलेकर ने पहले की नस्लीय टिप्पणी, फिर मांगी माफी

    पणजी। गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने बुधवार को एक अफ्रीकी नागरिक के लिए कोंकणी में नस्लीय टिप्पणी करते हुए 'खापरी' का प्रयोग किया, लेकिन तत्काल ही उन्होंने माफी मांग ली और बाद में उन्हें 'अश्वेत' कहा। ...

    पारुलेकर ने पहले की नस्लीय टिप्पणी, फिर मांगी माफी

    पणजी। गोवा के पर्यटन मंत्री दिलीप पारुलेकर ने बुधवार को एक अफ्रीकी नागरिक के लिए कोंकणी में नस्लीय टिप्पणी करते हुए 'खापरी' का प्रयोग किया, लेकिन तत्काल ही उन्होंने माफी मांग ली और बाद में उन्हें 'अश्वेत' कहा। पारुलेकर गोवा में विदेशी नागरिकों को शराब के लाइसेंस देने से जुड़े विवाद पर राज्य सचिवालय में संवाददाताओं के सवालों के जवाब दे रहे थे।

    पारुलेकर ने कहा, "यहां तक कि सलिगाव में भी 'वेस्ट एंड' नाम का एक नाइट क्लब है, जिसका संचालन एक खापरी करता है, माफ कीजिए एक अश्वेत नागरिक। उसकी पत्नी गोवा की ही रहने वाली है और उसी के नाम पर लिए गए लाइसेंस पर यह नाइट क्लब चलाया जा रहा है। बड़ी संख्या में दक्षिण अफ्रीकी नागरिक वहां आते हैं और कई चीजें करते हैं। लोग इसका विरोध करते हैं, लेकिन कानूनन वे एक मान्यता प्राप्त लाइसेंस से उसे चला रहे हैं।"


    उल्लेखनीय है कि खापरी कोंकणी भाषा में नस्लीय टिप्पणी है, जिसका इस्तेमाल अश्वेत के लिए किया जाता है।यह पहली बार नहीं है, जब 'निग्रो' शब्द के इस्तेमाल ने गोवा में विवाद खड़ा कर दिया।गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री रवि नाइक ने पिछले महीने मीडिया से बातचीत के दौरान नाइजीरियाई नागरिकों के लिए इसी शब्द का प्रयोग किया था।

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