• काबुल में आत्मघाती विस्फोट में 80 की मौत, 230 से अधिक घायल

    काबुल ! अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अल्पसंख्यक हजारा समुदाय के लोगों के प्रदर्शन के दौरान आज हुए दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 80 लोग मारे गए और 230 से अधिक लोग घायल हुए। हजारा समुदाय को निशाना बनाकर पहले भी हमले को अंजाम देने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।...

    विरोध प्रदर्शन के दौरान बुर्काधारी हमलावर ने भीड़ के बीच खुद को उड़ाया

    काबुल !    अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में अल्पसंख्यक हजारा समुदाय के लोगों के प्रदर्शन के दौरान आज हुए दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 80 लोग मारे गए और 230 से अधिक लोग घायल हुए। हजारा समुदाय को निशाना बनाकर पहले भी हमले को अंजाम देने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। आईएस की न्यूज एजेंसी अमाक के अनुसार दो आतंकवादियों ने काबुल में शियाओं के एक समूह पर हमला किया। आईएस के कट्टर प्रतिरोधी तालिबान ने हमले में संलिप्तता से इनकार करते हुए अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया है कि यह हमला गृह युद्ध शुरू कराने के लिए किया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद इस्माइल कावूसी ने मारे जाने वाले लोगों की संख्या बढऩे की आशंका जतायी है। गृह मंत्रालय ने भी मृतकों एवं घायलों की संख्या की पुष्टि की है। अफगानिस्तान का हजारा समुदाय कई आतंकवादी संगठनों के निशाने पर रहा है। आईएस के अलावा अल-कायदा और तालिबान भी इस समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर हमला करते आए हैं। तीन धमाके करने की थी तैयारी पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हमलावर बुर्का पहनकर रैली में पहुंचे थे और भीड़ के बीच में पहुंचकर उनमें से एक ने खुद को उड़ा लिया। रैली को निशाना बनाने के लिए तीन आत्मघाती हमलावर पहुंचे थे उसमें से एक ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया। दूसरा हमलावर की जैकेट में विस्फोट नहीं हो पाया। तीसरे हमलावर के विस्फोट करने से पहले ही पुलिस ने उसे मार गिराया। शहर में सुरक्षा की गई सख्त राष्ट्रपति अशरफ गनी ने एक बयान में कहा, आतंकवादियों ने प्रदर्शनकारियों के बीच जाकर विस्फोट कर दिया जिसमें बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों, पुलिस के जवानों और नागरिकों की मौत हो गई और लोग घायल हो गए। शहर के मध्य भाग की घेराबंदी कर दी गई है। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और हेलिकॉप्टर से निगरानी रखी जा रही है। सरकारी अधिकारियों ने कल ही विस्फोट संबंधी आशंका की चेतावनी जारी की थी।


    बिजली की लाइन को लेकर था प्रदर्शन तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान से अफगानिस्तान और पाकिस्तान को जोडऩे वाली 500 किलोवॉट कैपेसिटी वाली टीयूटीएपी पावर परियोजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के लिए हजारा समुदाय के लोग जुटे थे। हजारा समुदाय के लोग इस बात से नाराज हैं कि तुर्कमेनिस्तान से काबुल आने वाली बिजली आपूर्ति लाइन बामयान और वारदाक प्रांत से नहीं गुजरेगी यहां हजारा समुदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि यह विद्युत लाइन गरीबी से जूझ रहे उनके गृह प्रांत से होकर ले जाई जाए।

     

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