• थाने में आरोपी युवक ने फांसी लगाई

    सिवनी मालवा ! होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा पुलिस थाने में अलसुबह चोरी के सहआरोपी युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक द्वारा कथित आत्महत्या के बाद परिजनों और नागरिकों ने थाने में जमकर हंगामा और पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी की। ...

    सिवनी मालवा !   होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा पुलिस थाने में अलसुबह चोरी के सहआरोपी युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक द्वारा कथित आत्महत्या के बाद परिजनों और नागरिकों ने थाने में जमकर हंगामा और पुलिस के विरोध में जमकर नारेबाजी की। घटना की जानकारी लगते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शशांक गर्ग ने थाने पहुंच कर मामले को संभालने का प्रयास किया। जिसके बाद कलेक्टर संकेत भोंडवे व पुलिस अधीक्षक आशुतोष प्रतापसिंह थाने पहुंचे। चोरी के मामले थे आरोपी : तहसील के ग्राम नन्दरवाड़ा की भाजपा नेता नीलकमल उपाध्याय के घर 23 मई को नगदी सहित जेवरों की चोरी हुई हुई थी। जिसकी कीमत चार लाख रूपए आंकलित की गई थी। पुलिस ने जांच में मालापाट निवासी दिनेश लौवंशी सहित उसके मौसा ग्राम भरलाय निवासी जय लौवंशी को आरोपी बनाया था। जांच के बाद दिनेश के पास से लगभग 1 लाख रूपए नगद सहित ज्वेलरी बरामद की थी। चार लाख रूपए में से लगभग ढाई लाख रूपए का माल व नगदी भी बरामद की गई। थाना घेरा : थाने में युवक द्वारा आत्महत्या करने की जानकारी लगते ही सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं नागरिकों ने थाना घेर लिया जिसके बाद पुलिस ने थाने का मुख्य द्वार बंद कर दिया और गेट पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए। पुलिस ने भांजी लाठियां : गुस्साई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने गर्ग ने पुलिसकर्मियों को लाठीचार्ज करने का आदेश दे दिया। जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठी भांजी और थाने को घेर कर खड़ी भीड़  को खदेड़ दिया गया। पुलिस के लाठीचार्ज को लेकर कुछ देर लोगो में दहशत का माहौल रहा और आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी जो बाद में खुलीं।


    घटना के दो दावे : पुलिस के अनुसार प्रात: लगभग पांच बजे आरोपी नित्यक्रिया के लिए बैरिक से बाहर लाया गया था। जिसके बाद आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जब पुलिसकर्मियों ने देखा तो उच्च अधिकारियों सहित थानाप्रभारी को इस घटना की जानकारी दी। जिसके बाद मजिस्ट्रियल के सामने मृतक को फांसी से उतारा गया और पंचनामें की कार्रवाई की गई। परिजनों का आरोप : पुलिस ने मांगे पचास हजार मृतक के परिजनों का कहना है कि पुलिस के द्वारा पचास हजार रूपए की मांग की थी। मांग पूरी नही करने के कारण रात के समय में मृतक के दरिंदगी से पीटा गया। पुलिस की पिटाई से युवक की मौत हो गई। पुलिस द्वारा अपनी गलती छुपाने के लिए हत्या को आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है। इन पर गिरी गाज इस मामले में थानाप्रभारी रामस्नैह चौहान, प्रधान आरक्षक अरविंद मिश्रा, सहायक उपनिरीक्षक तेजराज सिंह, मोहनसिंह व अर्जुन विश्वकर्मा को पहले लाइन अटैच किया गया लेकिन लोगों के दबाव में बाद मे सभी को निलंबित कर दिया गया। इनका कहना है - इस मामले में थानाप्रभारी सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। आशुतोष प्रतापसिंह, पुलिस अधीक्षक घटना दुखद है, मृतक के परिजनो को रेडक्रास की तरफ से एक लाख रूपए की सहायता राशि दी जा रही है। संकेत भोंडवे, कलेक्टर

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