• पहाड़ पर फिर आसमानी आफत :उत्तराखंड में बादल फटा, 30 की मौत

    देहरादून ! उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में पिछले 24 घंटों से जारी जोरदार बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटना से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग लापता हो गए हैं। भूस्खलन के दौरान कई मकान धराशायी हो गए हैं जिसके नीचे कई लोगों व सैकड़ों पशुओं के दबे होने की आशंका व्यक्त की गई है। ...

    मकान धराशायी, मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका, नदियां उफान पर देहरादून !  उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और चमोली जिलों में पिछले 24 घंटों से जारी जोरदार बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटना से 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग लापता हो गए हैं। भूस्खलन के दौरान कई मकान धराशायी हो गए हैं जिसके नीचे कई लोगों व सैकड़ों पशुओं के दबे होने की आशंका व्यक्त की गई है। चमोली में बादल फटने से 9 और पिथौरागढ़ में 8 लोगों की मौत हुई है। कई लोग अभी भी मलबे में दबे हैं। भारी बारिश के कारण अलकनंदा, सरयू व मंदाकिनी समेत करीब 10 नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे जाम हो गया है। यमुनोत्री और केदारनाथ के रास्ते पर हजारों लोग फंसे हैं। बाढ़-बारिश से प्रभावित इलाके में राहत दल भेजा गया है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में जोरदार बारिश होने से पहाड़ी राज्य की सभी नदियां और नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में राज्य के नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।  बादल फटने के बाद हुए भूस्खलन से बद्रीनाथ राष्टï्रीय राजमार्ग बंद हो गया है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर तोता घाटी के समीप राजमार्ग पर चट्टान आ गिरी, जिससे राजमार्ग पर आवाजाही थम गई है। सडक़ मार्ग के जाम होने के कारण कई यात्री बीच में फंसे हैं। सबसे मुश्किल भरे हालात ग्रामीण क्षेत्रों के  हैं, जहां सडक़ टूटने से संपर्क कट गया। प्रशासन ने नदियों के किनारे बसी बस्तियों में लोगों को अलर्ट किया गया है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। राहत राशि की घोषणा मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पिथौरागढ़ और चमोली जिले में भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने की घटना में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त करते हुए परिजनों को दो-दो लाख रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, आपदों से निपटने के लिए त्वरित कदम उठाए गए हैं, जिससे नुकसान को कम से कम किया जा सके। केन्द्र ने भेजी एनडीआरएफ की टीमें केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, उत्तराखंड में बादल फटने और उसके बाद हुए भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल की टीमों को भेजा गया है। साथ ही अतिरिक्त टीमों को वहां जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। राज्य की स्थिति की जानकारी लेते हुए उन्होंने राज्य सरकार को हर तरह की मदद देने का आश्वासन दिया।


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