सेना को रमन ने दिया बटालियन बनाने का सुझाव
रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने आदिवासी बहुल एवं घुर नक्सल प्रभावित बस्तर के युवाओं को सेना में शामिल होकर देश की सेवा का मौका देने के लिए नागा बटालियन की तर्ज पर दण्डकारण्य बटालियन का सुझाव दिया है।
डा.सिंह ने कल देर शाम यहां आयोजित सिविल मिलेट्री सम्पर्क कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता करते हुए इस आशय का सुझाव दिया।
उन्होने सेना में छत्तीसगढ़ के युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी बढ़ाने पर भी विशेष रूप से बल दिया। उन्होंने कहा कि सेना भर्ती रैली के आयोजन के पहले यहां के युवाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि भर्ती रैली में हमारे प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को अवसर मिल सके।राज्य गठन के बाद सेना, नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की इस पहली कॉन्फ्रेंस में डा.सिंह ने यह भी सुझाव दिया कि सेना के अधिकारी छत्तीसगढ़ के जिला सैनिक कल्याण अधिकारियों से सम्पर्क कर राज्य के भूतपूर्व सैनिकों की रूचि के अनुरूप उन्हें लाईवलीहुड कॉलेजों में सेवा देने के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि प्रदेश के युवाओं को उनका लाभ मिल सके।
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ में छह हजार भूतपूर्व सैनिक है।डॉ.सिंह ने कहा कि बिलासपुर के चकरभाटा में सेना के ट्रेनिंग सेंटर खुलने के साथ ही एयरपोर्ट भी विकसित करने की पहल की जा रही है।इससे निश्चित ही बिलासपुर की एक नई पहचान बनेगी।बैठक में सेना के अधिकारियों ने नया रायपुर में होली-डे होम के लिए 50 मकान के लिए भूमि आवंटन के संबंध में भी चर्चा की।
कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार के आला अधिकारियों के अलावा मेजर जनरल मुख्य भारत क्षेत्र (जबलपुर) धरमवीर सिंह राणा, मेजर जनरल सेंट्रल कमाण्ड लखनऊ प्रदीपराज सिंह चौधरी, छत्तीसगढ़ एवं ओड़िशा सब एरिया के ब्रिगेडियर जे.एस. संधु मुख्य रूप से मौजूद थे।