• चीन में भ्रष्टाचार सबसे बड़ी चुनौती: जिनपिंग

    बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी के 95वें स्थापना दिवस पर आज भ्रष्टाचार को सबसे बड़ी चुनौती बताया तथा देश की सुरक्षा और ताईवान की आजादी को लेकर सचेत किया। ...

     

    चीन में भ्रष्टाचार सबसे बड़ी चुनौती: जिनपिंग

    बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्तारूढ कम्युनिस्ट पार्टी के 95वें स्थापना दिवस पर आज भ्रष्टाचार को सबसे बड़ी चुनौती बताया तथा देश की सुरक्षा और ताईवान की आजादी को लेकर सचेत किया।  जिनपिंग ने यहां ग्रेट हॉल में अपने संबोधन में कहा कि इतिहास ने कम्युनिस्ट पार्टी को चीन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी है लेकिन पार्टी अगर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पाती है तो इतिहास उसे नकार देगा। 

     जिनपिंग ने पार्टी के सदस्यों से कहा, “सत्तारूढ़ दल होने के नाते हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार को लेकर है। भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति तथा जीरो टालरेंस की नीति अपनाने की आवश्यकता है। भ्रष्टाचार के सभी मामले की जांच हो तथा इसमें लिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो। पार्टी में भ्रष्ट लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।” 


    तीन साल पहले सत्ता हासिल करने के समय ही  जिनपिंग ने देश से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए अभियान चलाने की घोषणा की थी तथा इसे रोकने के लिए पार्टी के नेताओं को सख्त चेतावनी दी थी। इस अभियान के तहत गृह मंत्रालय के पूर्व सुरक्षा प्रमुख झोउ योंगकांग समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को जेल भेजा गया है। 

     जिनपिंग ने ताईवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन और उनकी आजादी समर्थक पार्टी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी का नाम लिये बिना ही कहा कि वह ताईवान की आजादी का सख्त विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि चीन की 1.3 अरब की आबादी तथा यहां रहने वाले लोग किसी भी तरह देश को तोड़ने वाली गतिविधियों का समर्थन नहीं करेंगे। 

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