तिरुवनंतपुरम ! भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुब्रह्मण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि उनके हमले बिल्कुल सीधे और स्पष्ट हैं, और ये किसी और पर निशाना साधने के लिए नहीं हैं। उन्होंने वित्तमंत्री अरुण जेटली के संदर्भ में यह बात कही। स्वामी इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। उनसे पूछा गया था कि भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआइ) के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला करने के पीछे कहीं उनका मकसद परोक्ष रूप से केंद्रीय वित्तमंत्री को निशाना बनाना तो नहीं था? स्वतंत्र विचारों वाले स्वामी ने कहा, "मैं बिल्कुल स्पष्ट हूं और मैंने हमेशा सीधा हमला किया है।"
स्वामी ने कहा, "मैं 'बी' के लिए 'ए' पर निशाना नहीं साधता। मेरे सारे हमले सीधे और स्पष्ट हैं। मैं अर्थशास्त्री हूं, राजन अर्थशास्त्री नहीं हैं। उनके पास आईआईटी की डिग्री है और वह एमआईटी से एमबीए हैं। मैंने उनके खिलाफ अपनी बात स्पष्ट कर दी और कहा कि उन्हें जाना होगा। एक दिन मैंने अखबार में पढ़ा कि वह जा रहे हैं।"
क्या उनके पास मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सब्रह्मण्यम और आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास के खिलाफ हमले का आधार नहीं हैं? स्वामी ने कहा कि वह अपनी बात स्पष्ट कर चुके हैं और उसमें अतिरिक्त कहने के लायक उनके पास कुछ नहीं है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह यह सब कुछ मंत्रिमंडल में प्रस्तावित फेरबदल में कैबिनेट मंत्री पद पाने के लिए कर रहे हैं? स्वामी ने कहा, "मैं ये सब चीजें नहीं तय करता। इसे प्रधानमंत्री को तय करना है।"
नरेंद्र मोदी सरकार की सराहना करते हुए स्वामी ने कहा कि पिछले दो साल में सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है।
अपनी बदलती राजनीतिक स्थिति पर भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने कभी भी दूसरी पार्टी में जाने के लिए कोई पार्टी नहीं छोड़ी है।
स्वामी ने कहा, "मैंने जनसंघ से शुरुआत की थी, जो बाद में जनता पार्टी बनी थी। जनता पार्टी का भाजपा में विलय हो गया। मैं उनमें से नहीं हूं, जिन्होंने दल बदले हैं।"