• मायावती की सारी राजनीति 'माया' के इर्दगिर्द सिमटी : सपा

    लखनऊ ! समाजवादी पार्टी ने कहा है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने मान लिया है कि वे यथा नाम तथा गुण हैं। उनकी सारी राजनीति 'माया' के इर्दगिर्द सिमटी हुई है।...

    बसपा अध्यक्ष ने मान लिया है, यथा नाम तथा गुण लखनऊ !   समाजवादी पार्टी ने कहा है कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने मान लिया है कि वे यथा नाम तथा गुण हैं। उनकी सारी राजनीति 'माया' के इर्दगिर्द सिमटी हुई है।

    पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने खास बातचीत में कहा कि मायावती के सबसे विश्वस्त नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि बसपा में टिकट बिकते हंै। यह बात तो पहले भी कही गई थी, लेकिन उसकी पुष्टि तो अब उनके ही निकटस्थ ने भी कर दी है।

    उन्होंने कहा कि यह रहस्योद्घाटन भी उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ से बसपा प्रमुख की मिलीभगत है और भाजपा-बसपा के बीच वोटों की अदला-बदली का समझौता भी है।


    राजेंद्र चौधरी ने कहा कि बसपा में कार्यकर्ताओं और नेताओं को असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। इस घुटन के चलते पहले भी कांशीराम के पुराने साथी एक-एक कर बसपा से अलग होते गए हंै। एक तरह से बसपा में तानाशाही का आलम है और किसी को अपनी बात कहने या रखने की छूट नहीं है।

    उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति केंद्रित राजनीति के जो नुकसान हो सकते हैं, वही बसपा में दिख रहे हैं। सच तो यह है कि बसपा को लोकतंत्र की हवा भी छू नहीं पाती है। वहां किसी नेता या कार्यकर्ता को मानसम्मान नहीं मिलता है।

    सपा प्रवक्त ने कहा कि इसमें दो राय नहीं कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने दलित आंदोलन की स्थापना के साथ उसे एक दिशा दी थी। उनको भी आशंका थी कि उनके बाद कुछ लोग दलित आंदोलन की दिशा मोड़ सकते हैं। वह आशंका सच साबित हुई है। दलितों के नाम पर स्वार्थ साधन की राजनीति होने लगी है।

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