• राहुल गांधी के कारण नही, मैंने छत्तीसगढ़ के सपनों के लिए कांग्रेस छोड़ी-जोगी

    पेण्ड्रारोड ! मेरे हृदय मे कांग्रेस के लिये कोई कटुता नहीं है, किंतु बंधन में रहकर छत्तीसगढ़ के सपनों को आकार देना संभव नहीं था। पॉच हजार वर्ष प्राचीन विविधतायुक्त संस्कृति के सामने भाजपा की विचारधारा एक गंभीर बाधा है। इस बाधा को भारत के क्षेत्रीय दल साथ मिलकर दूर कर सकते हैं।...

        कांग्रेस से अलग होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री से देशबन्धु की विशेष बातचीत

    पेण्ड्रारोड !  मेरे हृदय मे कांग्रेस के लिये कोई कटुता नहीं है, किंतु बंधन में रहकर छत्तीसगढ़ के सपनों को आकार देना संभव नहीं था।  पॉच हजार वर्ष प्राचीन विविधतायुक्त संस्कृति के सामने भाजपा की विचारधारा एक गंभीर बाधा है। इस बाधा को भारत के क्षेत्रीय दल साथ मिलकर दूर कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ में भाजपा ही प्रतिद्वंदी है, जोगी के अभाव में प्रदेश में कांग्रेस का अस्तित्व ही नहीं बचा। नये क्षेत्रीय दल की घोषणा के पश्चात पेण्ड्रारोड में उच्च विश्रामगृह में पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने एक भेंट में प्रतिनिधि वेदचंद जैन के साथ विस्तार से बातचीत की। यहां प्रस्तुत है बातचीत के अंश- 0 कांग्रेस में तीस वर्षों तक मुख्यमंत्री सहित सांसद, विधायक तथा अन्य महत्वपूर्ण दायित्वों को निभाने के पश्चात पार्टी का परित्याग क्यों किया? राहुल गांधी, दिग्विजय सिंह या छ.ग. कांग्रेस के भूपेश बघेल और टी.एस.सिंहदेव के कारण? 00 नहीं बिल्कुल नहीं। नई राह चलने के पीछे केवल एक ही उद्देश्य है छत्तीसगढ़ को भारत का सिरमौर राज्य बनाना। धान का कटोरा होते हुये भी छत्तीसगढ़ में 300 किसान आत्महत्या करने पर विवश हैं, समृद्व धरती पर विपन्नता का वास हो यह असंतुलन ही नहीं छ.ग. पर अत्याचार है। इस अत्याचार को समाप्त करने के लिये प्रदेश को रमन सरकार तथा भाजपा से मुक्त करना आवश्यक हेैं, इसीलिये.. 0 इसके लिये क्या कांग्रेेस छोडक़र नया दल गठित करना आवश्यक था? क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से इस संबंध में विमर्श नहीं हुआ? 00  निरंतर दो वर्षो से प्रयास कर रहा था, छ.ग. में कांग्रेस की स्थिति भाजपा के पिछलग्गू की भांति है। विपक्ष की कोई भूमिका, संघर्ष का कोई रूप ही नहीं दिखता। प्रदेष नौकरषाही के चंगुल में हैं, मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप है। आदिवासियों पर अत्याचार की असंख्य घटनायें हो रही हैं। दलित मजदूर पलायन को विवश हैं। सरकार का अस्तित्व ही नहीं दिखता और प्रदेश कांग्रेस रमन सरकार का विरोध तो करते नहीं जोगी परिवार के विरूद्ध दुकान सजाकर बैठी है। 0 एक सौ पच्चीस वर्ष की कांगे्रस जिसमें तीस वर्ष आप साथ रहे वह क्षमता विहीन कैसे? 00  देखिये मेरे हृदय में कोई कटुता नहीं है न ही मैं नेतृत्व की क्षमता और कार्यशैली पर कोई टिप्पणी करूॅंगा। वैसे भी मैने जिसे त्याग दिया उसके संबंध में कोई बात नहीं करना चाहता। 0 अच्छे दिन नहीं हैं तो कुछ भविष्य के संबंध में अनुमान होगा? 00  गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सर्वाधिक दुर्गति हुईं।  44 की संख्या में लोकसभा में सिमट गई तथा अब कांग्रेस की सीमा सिकुडक़र भारत की मात्र 7 प्रतिशत जनसंख्या पर ही सत्ता शेष है। नेतृत्व संघर्ष के लिये कार्यकर्ताओं को तैयार करने तथा ऊर्जा और उत्साह का संचार करने में सर्वथा विफल हैं । कांग्रेस की कमजोरी का लाभ लेकर भाजपा सशक्त हो रही है। भारत में भाजपा का सशक्त होना एक गंभीर संकट है। इससे मुक्त कराने का कोई यत्न कांग्रेस कर पायेगी, ऐसा  प्रतीत नहीं होता। 0 भाजपा भारत के लिये खतरा है यह कैसे कहा जा सकता है? 00इसकी विचारधारा बहुत ही खतरनाक है। भारत की पॉंच हजार वर्ष प्राचीन विविधतायुक्त संस्कृति के लिये इसकी संकीर्णता एक गंभीर चुनौती है। उदारवादी शक्तियॉं साथ मिल कर इस चुनौती से भारत को बचा सकती हैं। भारत में अनादिकाल से विविध भाषा, वेशभूषा, खान पान व्याप्त रही है। भाजपा विविधत की धरोहर को समाप्त करना चाहती है। भारत में छत्तीसगढ़, म.प्र., गुजरात और राजस्थान ये चार राज्यों को छोडक़र शेष सभी प्रदेषों में या तो क्षेत्रीय दलों की सरकारें हैं यह क्षेत्रीय दल सषक्त हैं। क्षेत्रीय दलों का संगठन ही भारत में विकल्प देने में सक्षम है। छत्तीसगढ़ में भी क्षेत्रीय दल की घोषणा हो गई अब केवल तीन राज्य शेष रह गये हैं। छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति भी क्षेत्रीय दल के पक्ष में है। 0 आपने कांग्रेेस से त्यागपत्र नहीं दिया और न ही पार्टी से आपको निकाला गया? 00 मैने तो स्वयं को आजाद कर लिया है, कांग्रेस क्या कर रही है, इससे मुझे कुछ लेना देना नहीं है, मैने नई पार्टी की घोषणा कर दी, स्पष्ट है कि मैने कांग्रेस को त्याग दिया है, विचारधारा मेरी यथावत है। मेरे सामने अर्जुन की भांति एक ही लक्ष्य है छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़ और केवल छत्तीसगढ़। मुझे दिल्ली मुम्बई या विदेश से सरोकार नहीं है। छत्तीसगढ़ का निर्णय अब छत्तीसगढ़ में ही होगा। हम अपना रास्ता स्वयं सुनिश्चित करेंगे, किसान व्यापारी, मजदूर सभी के लिये नीति होगी हमारी। छत्तीसगढ़ के सभी वर्ग स्वयं अपने भाग्य विधाता स्वयं होंगे। 0 आपने क्षेत्रीय दल को गठित करने का एकाएक निर्णय लिया अथवा पहले से ही भूमिका थी? 00छत्तीसगढ़ की जनता अपने कल्याण के लिये छत्तीगसढ़ के हित पर केन्द्रित दल का गठन चाहती थी। मेरे लगभग दस लाख समर्थक निरन्तर यह भाव प्रकट कर रहे थे। छ.ग. में विधान सभा चुनाव के लिये लगभग देा ढ़ाई वर्ष हैं इस अवधि में हम जन जन तक पार्टी की नीति और चिन्ह को पहुॅंचा सकते हैं। यह समय सर्वाधिक उचित है तथा ग्राम कोटमी की सभा में यही ध्वनि मुखर हुई हैं। 0 पार्टी के संचालन के लिये धन कहां से लाएंगे? 00 यह एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है बिना राशि के कोई चुनाव नहीं हो सकता। जैसा कि मैने बताया कि लगभग दस लाख समर्थक पूरे प्रदेश में एक रूपये से लेकर ग्यारह हजार तक की सहयोग राशि लेंगे तथा जनज न के सहयोग और सहायता से ही हम रमन सरकार से प्रदेश को मुक्त कराकर छत्तीसगढ़ की हितैषी सरकार का गठन करेंगे। 0 यदि किसी को बहुमत प्राप्त नहीं हुआ एैसी अवस्था में आपकी पार्टी भाजपा और कांगेस में से किसे समर्थन देगी? 00 यह पूर्णत: काल्पनिक है। हमारी पार्टी दो तिहाई बहुमत से सरकार बनायेगी। किसी का समर्थन लेने और देने का प्रश्न नहीं है। छ.ग. में भूपेश बघेल और सिंह देव के कांग्रेस के हश्र की तो कल्पना ही न करें। दो अंकों तक पहुॅंचने की संभावना नहीं है। 0 इससे तो भाजपा का ही कांग्रेस मुक्त भारत की ओर एक कदम होगा? 00 नहीं हम तो भाजपा मुक्त भारत की कल्पना करते हैं। इस संबंध में प्रारंभिक स्तर पर क्षेत्रीय दलों से विमर्श हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, लालू जी , बंगाल की ममता जी, मायावती जी सहित अनेक नेताओं से मेरे व्यक्तिगत मधुर संबंध हैं। हमारा ध्येय भाजपा मुक्त भारत का है। प्रश्न- कांग्रेस ने आपको अनेक अवसर दिये प्रतिष्ठा दी, क्या ऐसे दिनों में साथ छोडऩा उचित था? अजीत जोगी- मैंने सोनिया जी को गत सप्ताह हीं कांग्रेस से मुक्त होने के संबंध में अपनी मंषा से अवगत करा दिया था। सोनिया जी के परिवार से मेंरे संबंध बहुत मधुर हैं। आज भी मैं उतना ही सम्मान करता हॅू, किन्तु मेरे लिये छत्तीसगढ़ का हित सर्वोपरि है।


     

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