• केन्द्रीय आयुध डिपो में आग लगने से 20 लोगों की मौत

    नई दिल्ली ! महाराष्ट्र के वर्धा जिल के पुलगांव स्थित देश के सबसे बडे आयुध भंडार में सोमवार देर रात आग लगने से सेना के दो अधिकारियों तथा 18 अन्य लोगों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने खुद मौके पर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की है।...

    17 से अधिक घायल, मृतकों में दो सैन्य अधिकारी शामिल

    नई दिल्ली !   महाराष्ट्र के वर्धा जिल के पुलगांव स्थित देश के सबसे बडे आयुध भंडार में सोमवार देर रात आग लगने से सेना के दो अधिकारियों तथा 18 अन्य लोगों की मौत हो गई। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने खुद मौके पर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की है। अभी आग के कारणों का पता नहीं चला है और घटना की जांच के आदेश दिये गये हैं। आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। आग लगने के की घटना के तुरंत बाद घटना स्थल के आसपास  के गांवों को तुरंत खाली करा लिया गया। मृतकों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल आर एस पवार और मेजर के. मनोज के रूप में हुई है। घायल हुए सैनिकों में कई की स्थिति गंभीर है और मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आयुध भंडार में लगी आग की घटना में फिलहाल किसी का हाथ होने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि सेना की जांच के बाद आग के लगने का कारण पता चल सकेगा। महानिदेशक सैन्य संचालन लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने बताया, लगभग 7000 एकड़ में फैले केंद्रीय आयुध भंडार में यह हादसा सोमवार देर रात एक बजे के करीब हुआ। इस हादसे में सेना के दो अधिकारियों, एक जवान और आयुध डिपो में तैनात नागरिक अग्निशमन विभाग के 13 कर्मियों की जान चली गई। इसके अलावा दो सैन्य अधिकारी, नौ जवान तथा नागरिक अग्निशमन विभाग के छह कर्मी घायल हुए हैं। घायलों को नागपुर के मल्टी स्पेशलिटी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। रणवीर सिंह के अनुसार आग आयुध भंडार के एक शेड में लगी थी जिसमें संवेदनशील हथियार रखे थे। आग का पता चलते ही डिपो में तैनात अग्निशमन दल तथा त्वरित प्रतिक्रिया टीम आग बुझाने में जुट गई। त्वरित कार्रवाई से अग्निशमन दल आग को एक शेड तक ही सीमित रखने में सफल रहा और बाद में इसे बुझा दिया गया तथा अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

     एशिया का सबसे बड़ा आयुध डिपो


    सेना के अनुसार देशभर में उसके 11 फील्ड आयुध डिपो तथा एक केंद्रीय आयुध डिपो है। केंद्रीय आयुध डिपो नागपुर से 115 किलोमीटर दूर पुलवामा में है जिसमें सेना के सभी तरह के संवेदनशील हथियार तथा गोला बारूद का भंडार है। सूत्रों के अनुसार देश की विभिन्न आयुध फैक्ट्रियों में बनने वाले हथियार पहले इस केंद्रीय डिपो में लाए जाते हैं जहां से उन्हें अग्रिम ठिकानों पर भेजा जाता है। इस डिपो में बमों, हथगोलों, गोलों, रायफलों, मिसाइलों और अन्य विस्फोटक सामग्री का विशाल भंडार है। इसकी गिनती एशिया के सबसे बडे आयुध डिपो में होती है।  सूत्रों के अनुसार इससे पहले देश में आयुध भंडारों में आग की 7 घटनाएं हुई हैं और पुलगांव में हुआ हादसा सबसे भीषण बताया जा रहा है। - प्रधानमंत्री ने जताया शोक  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के पुलगांव केन्द्रीय शस्त्र भंडार में आग लगने से सुरक्षाकर्मियों की हुई मौत पर शोक व्यक्त किया है । मोदी ने आज अपने शोक संदेश में कहा कि शस्त्र भंडार में आग लगने से उन्हें गहरा दुख हुआ है । उन्होंने प्रभावित परिवारो के प्रति संवेदना व्यक्त की है । उन्होंने इस दुर्घटना में घायल हुये लोगों के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की है । उन्होंने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लेने का निर्देश दिया है ।

    अग्निकांड की जांच के आदेश सूत्रों ने आगे भी विस्फोट होने की आशंका से इन्कार नहीं किया है। घटनास्थल पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी पहुंच चुके है। सूत्रों के मुताबिक दुर्घटना के समय वहां लगभग 70 लोग मौजूद थे जिसमें से ज्यादातर रक्षा सुरक्षा कोर के जवान थे। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री ने भी सेना मुख्यालय को इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। जबकि सेना ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन के साथ साथ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी का भी आदेश दिया है।

अपनी राय दें