• छत्तीसगढ़ से रामविचार नेताम को राज्यसभा भेजने का निर्णय

    नई दिल्ली/रायपुर ! भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति ने आज राज्यसभा के लिए छत्तीसगढ़ को आदिवासी वर्ग का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ नेता रामविचार नेताम को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया। पार्टी पैनल में प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, सरोज पाण्डेय, ननकीराम कंवर एवं पूर्व सांसद नंद कुमार साय का नाम भी शामिल था।...

    आज भरेंगे नामांकन

    नई दिल्ली/रायपुर ! भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति ने आज राज्यसभा के लिए छत्तीसगढ़ को आदिवासी वर्ग का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ नेता रामविचार नेताम को राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया। पार्टी पैनल में प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक, सरोज पाण्डेय, ननकीराम कंवर एवं पूर्व सांसद नंद कुमार साय का नाम भी शामिल था। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को राज्यसभा सांसद बनाने के पक्ष में थे। ननकीराम कंवर भी दौड़ में शामिल थे, लेकिन संगठन में अपनी मजबूत पकड़ के चलते पूर्व मंत्री रामविचार नेताम को राज्यसभा सांसद के लिए भाजपा ने अपना दावेदार बनाया। प्रदेश में आदिवासी वर्ग एक बड़ा वोट बैंक है, जिसे देखते हुए भाजपा ने आदिवासी नेता श्री नेताम को तवज्जो दी। प्रदेश की राजनीति में बस्तर बेल्ट का बड़ा योगदान रहा है। इसके पूर्व भी भाजपा ने नंद कुमार साय को राज्यसभा सांसद बनाया था। इस बार भी भाजपा ने राजनीतिक समीकरण को देखते हुए श्री नेताम को राज्यसभा भेजने को निर्णय लिया, जिसमें संगठन का निर्णय भी अहम रहा है। प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि नेताम के साथ समस्त विधायक, प्रदेश कार्यालय से विधानसभा के लिए प्रस्थान कर आज नामांकन की प्रक्रिया पूर्ण करेंगे।

    नामांकन दाखिले के समय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा धरमलाल कौशिक भी उपस्थित रहेंगे।


    मैदान में पांच मंत्री भी भाजपा ने राज्यसभा के चुनावों के लिए आठ राज्यों से अपने 12 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की, जिनमें पांच केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। केन्द्रीय शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू , ग्रामीण विकास चौधरी बीरेंद्र सिंह, केंद्रीय विद्युत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) निर्मला सीतारमण और केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को उम्मीदवार बनाया गया है।  इसके अलावा ओम प्रकाश माथुर, हर्षवद्र्धन सिंह, रामकुमार वर्मा, पुरुषोत्तम रूपाला, अनिल माधव दवे, व बिहार से गोपाल नारायण सिंह के नाम शामिल हैं।    इसके साथ ही पार्टी ने विभिन्न राज्यों के तीन विधानसभा परिषद उम्मीदवार के नाम पर भी मुहर लगाई है। जिसमें कर्नाटक से बी सोमत्रा, महाराष्टï्र से सुरजीत ठाकुर व बिहार से अर्जुन सहनी के नाम हैं। रेलमंत्री सुरेश प्रभू आंध्र प्रदेश के रास्ते राज्यसभा में जाएंगे।

    कहां कितनी-कितनी सीटें राज्यसभा द्विवार्षिक चुनावों में सबसे अधिक 11 सदस्य उत्तर प्रदेश से हैं, वहीं छह-छह सदस्य महनराष्टï्र व तमिलनाडु से हैं। बिहार से पांच सीटों पर चुनाव कराए जाएंगे, जबकि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से चार-चार सीटों पर चुनाव कराया जाएगा। मध्य प्रदेश और उडिशा से तीन-तीन सीटों पर चुनाव होगा। हरियाणा, झारखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से दो-दो सीटों और उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव होने हैं।

    पांच और उम्मीदवार हो सकते हैं घोषित विभिन्न राज्य विधानसभा की स्थिति को देखते हुए भाजपा पांच और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है। जिन राज्यों में राज्यासभा केे चुनाव होने हैं वहां के राज्य विधानसभा की स्थिति को देखते हुए भाजपा को कुल 17 सीटें मिलने की उम्मीद हैं। उसके 13 सदस्य सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं। ऐसे में उसे राज्यासभा में चार सीटों का फायदा हो सकता है। दूसरी ओर राज्यासभा में सबसे बड़ा दल कांग्रेस को छह सीटों का नुकसान होगा लेकिन फिर भी वह राज्यासभा में सबसे बड़ा दल बना रहेगा। .........................

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