• क्या मोदी सरकार राजन के योग्य है: चिदंबरम

    नयी दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रमण्यम् स्वामी के रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन को हटाये जाने की माँग पर आश्चर्य व्यक्त करते हुये उल्टा सवाल किया “क्या मोदी सरकार डॉ. राजन के योग्य है?” श्री चिदंबरम ने मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आज यहाँ काँग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, “श्री राजन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक हैं।...

    क्या मोदी सरकार राजन के योग्य है: चिदंबरम

    नयी दिल्ली।  पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद सुब्रमण्यम् स्वामी के रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन को हटाये जाने की माँग पर आश्चर्य व्यक्त करते हुये उल्टा सवाल किया “क्या मोदी सरकार डॉ. राजन के योग्य है?”  चिदंबरम ने मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर आज यहाँ काँग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, “राजन दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक हैं।मैं सोच रहा हूँ कि क्या मोदी सरकार डाॅ. राजन के योग्य है?” उन्होंने केंद्रीय बैंक गवर्नर पर श्री स्वामी के हमले के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस मसले पर काँग्रेस तभी प्रतिक्रिया देगी , जब प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री श्री राजन के खिलाफ बोलेंगे।

    उन्होंने कहा, “संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने विश्व के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक को केंद्रीय बैंक का गवर्नर नियुक्त किया था।हमें श्री राजन पर उस समय भी पूरा विश्वास था और आज भी है।” यह पूछे जाने पर कि क्या कभी ब्याज दर के बारे में डॉ. राजन के रुख को लेकर वित्त मंत्री केरूप में चिदंबरम के मन में कहीं कोई पूर्वधारणा रही थी, उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के केंद्रीय बैंक के वर्तमान गवर्नर सहित सभी गवर्नरों के साथ बेहतर संबंध रहे थे।


    उन्होंने कहा कि किसी मसले पर वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर के बीच चल रही वार्ता का यह मतलब नहीं है कि वित्त मंत्री उनकी क्षमताओं पर सवाले खड़े कर रहे हैं।अर्थव्यवस्था के बारे में प्रत्येक की धारणा अलग-अलग हो सकती है।इस परिप्रेक्ष्य में सरकार का उद्देश्य आर्थिक विकास और केंद्रीय बैंक गवर्नर का मौद्रिक स्थिरता होती है।

    रिजर्व बैंक गवर्नर के पद पर राजन का कार्यकाल सितंबर के पहले सप्ताह में समाप्त हो रहा है।उल्लेखनीय है कि श्री स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे दो पत्र में यह कहते हुये कि  राजन की मानसिकता भारतीय नहीं है, उन पर देश की संवेदनशील वित्तीय सूचनाओं को दूसरे देशों के साथ साझा करने का अारोप लगाया है।  

अपनी राय दें