• अयोध्या के बाद नोएडा में बजरंग दल का आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर

    लखनऊ| उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या में बजरंग दल की ओर से आयोजित किए गए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर को लेकर सियासी बवाल अभी थमा भी नहीं था कि बजरंग दल ने शुक्रवार को नोएडा में आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर शुरू कर इस मुद्दे को और हवा दे दी है।...

    अयोध्या के बाद नोएडा में बजरंग दल का आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर

    लखनऊ| उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी अयोध्या में बजरंग दल की ओर से आयोजित किए गए आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर को लेकर सियासी बवाल अभी थमा भी नहीं था कि बजरंग दल ने शुक्रवार को नोएडा में आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर शुरू कर इस मुद्दे को और हवा दे दी है। सूत्रों के मुताबिक बजरंग दल की स्थानीय इकाई के संगठन मंत्री ने इस शिविर का आयोजन किया है।

    सूचना मिलेते ही पुलिस दल प्रशिक्षण स्थल पर पहुंच गए और पूछताछ की। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।ज्ञात हो कि कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक आत्मरक्षा शिविर प्रशिक्षण लगाया गया था। प्रशिक्षण शिविर के आयोजक को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि भाजपा नेताओं ने इस गिरफ्तारी का विरोध किया है।


    भाजपा नेता विनय कटियार ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत है। आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर चलाने में कुछ भी गलत नहीं है। सरकर मुस्लिम तुष्टीकरण के नाम पर कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर रही है। लेकिन इस बीच बजरंग दल ने नोएडा में हिन्दू युवकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है जिस पर समावादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) समेत तमाम विपक्षी दल तीखे तेवर अपना रहे हैं। मायावती ने भी इस तरह के शिविर चलाने को लेकर बजरंग दल पर निशाना साधा है।

    फैजाबाद में शिविर चलाने के मामले में महेश मिश्रा नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया, जिसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हालांकि इस पूरे मामले में बजरंग दल की ओर से कहा गया है कि इसमें कुछ गलत नहीं है। विश्व हिंदू परिषद् के महासचिव सुरेंद्र जैन ने एक बयान जारी कर कहा कि आतंकवाद से बचाव के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण दने में कोई बुराई नहीं है।कांग्रेस नेता मीम अफजल ने हालांकि नोएडा में बजरंग दल की ओर से चलाए जा रहे आत्मरक्षा शिविर पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। सरकार को इस तरह के कार्यक्रमों पर पाबंदी लगानी चाहिए। 

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