• पुलिस अधिकारियों पर बड़ा आरोप : कनिष्ठों को नक्सली बनाने में जुटे अधिकारी

    रायपुर ! पुलिस अधीक्षक जिला विशेष शाखा कांकेर कार्यालय में आरक्षक पद पर पदस्थ कौशल कुमार सोनकर ने मंगलवार को पुलिस महकमें पर बड़ा आरोप लगाया है। ...

    रायपुर !   पुलिस अधीक्षक जिला विशेष शाखा कांकेर कार्यालय में आरक्षक पद पर पदस्थ कौशल कुमार सोनकर ने मंगलवार को पुलिस महकमें पर बड़ा आरोप लगाया है। उसने प्रेसवार्ता में कहा कि विभाग के कुछ बड़े अधिकारी कनिष्ठ अधिकारियों को नक्सली बनाने में तुले हुए हैं। यदि कोई कनिष्ठ अपने अधिकार की लड़ाई लड़ता है, तो उसे प्रताडि़त किया जाता है। आज भी ब्रिटिश शासन की परम्पराओं एवं नियमों का पालन किया जा रहा है। बड़े अधिकारी छोटे अधिकारी को रे व बे कहकर संबोधित करते हैं और घर के लिए सब्जियां मंगाने सहित अन्य कार्य करवाते हैं। यदि उनसे यह कहा जाता है कि उनकी नियुक्ति इस कार्य के लिए नहीं की गई है, तो उसके साथ गलत व्यवहार करते हैं। यहां तक कि उल्टे-सीधे मामले लगाकर जेल पहुंचा देते हैं। उसने बताया कि वह ग्राम लाल माटवाड़ा कांकेर का रहने वाला है। उसने संतोषी माता का मंदिर बनवाकर मूर्ति स्थापना की साथ ही भागवत गीता यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया। घटना 14 अप्रैल की है। सब लोग कथा का आनंद ले रहे थे। उसी दौरान थाना कांकेर की एसआई कमला पुसाम, एक महिला नगर सैनिक याचना नेताम एक नकाबपोश महिला व आरक्षक सत्यप्रकाश सिंह सफेद बोलेरो से आए और गाली देते हुए भागवत कथा को बंद करा दिया, साथ ही बिना वारंट के घर की तलाशी ली। इस दौरान आरक्षक कौशल कुमार सोनकर घर पर नहीं था। वह पास के गांव में स्थित खेत से जानवर भगाने गया था। घर पर पहुंची महिला एसआई ने घर में उपस्थित महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और धमकी देते हुए कहा कि कौशल कुमार सोनकर को कांकेर थाना में उपस्थित होने के लिए भेज देना। जब कौशल सोनकर को इसकी जानकारी मिली तो वह अपने भाई के साथ कांकेर थाना पहुंचा। जब वहां उपस्थित आरक्षकों से जानना चाहा कि उसे क्यों बुलाया गया है, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने नहीं बुलाया है। उन्होंने बैठने को कहा। लगभग दो बजे केे करीब सुश्री कमला पुसाम थाना आईं। उन्होंने  बिना कुछ पूछे थप्पड़ एवं शासकीय बेल्ट से मारना शुरू कर दिया। वहीं आरक्षक सत्यप्रकाश सिंह दोनों हाथ पीछे की तरफ मोड़ कर पकड़ लिया। इनके अलावा आरक्षक भूषण जैन, कवंल ठाकुर, एवन ठाकुर, मनोहर निषाद, सालिकराम धु्रव, अंजना सिन्हा एवं उसके पति तोमेश्वर सिन्हा निवासी कोकड़ी ने एक राय होकर लात-घूंसों से पिटाई की। जब इतने में भी संतुष्टि नहीं मिली तो बंदीगृह में बंद कर पीटा और बिना कारण के गिरफ्तार करके रखा। इसी दौरान पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कांकेर के विरेंद्र शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षु आकाश राव गिरपुंजे, थाना प्रभारी कांकेर आरपी सिंग, एसआई कमला पुसाम, एएसआई उमेश देशमुख,आरक्षक भूषण जैन, कवंल ठाकुर, एवन ठाकुर, मनोहर निषाद, सालिकराम धु्रव, हेमसुंदर साहू,अंजना सिन्हा एवं उसके पति तोमेश्वर सिन्हा ने एक राय होकर मारा और कहा कि तुमको सूचना के अधिकार के तहत जानकारी हासिल करने एवं वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ राज्य मानव आयोग एवं बिलासपुर हाईकोर्ट में शिकायत करने का बहुत शौक है। जिला विशेष शाखा में पदस्थ होकर हमारी ड्यूटी लगाते हो और खुद कांकेर थाने में रत्रि को ड्यूटी नही आते हो। तुम्हारे आवेदन देने के तरीकों को यहीं निकाल देंगे। उसने कहा कि वह पढ़ा-लिखा है। उसके पास फार्मासिस्ट का डिप्लोमा है। वह एथलीट का खिलाड़ी भी रहा है। जहां भी गलत होता है, उससे बर्दाश्त नहीं होता और वह अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ता है। हम इनसे संविधान द्वारा दिए गए कानूनों के माध्यम से ही लड़ाई लड़ सकते हैं। पुलिस के अधिकारी कहते हैं कि इसे नक्सली साबित करके जेल भेज देंगे। इसकी शिकायत पत्र के माध्यम से पुलिस के बड़े अधिकारियों, मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से कर चुका हूं, लेकिन अभी तक कहीं से कोई राहत नहीं मिली है। प्रेसवार्ता के माध्यम से चाहता हूं कि आम जनता की आवाज शासन-प्रशासन तक पहुंचे।


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