• एयर एंबुलेंस आपात स्थिति में उतरा, जांच के आदेश

    नई दिल्ली ! पटना से नई दिल्ली आ रहे एक एयर एंबुलेंस के दोनों इंजन फेल हो गए, जिसके बाद उसे पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ के एक गांव में आपात स्थिति में उतरना पड़ा। विमान में सात लोग सवार थे। विमानन नियामक ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। यह एक छह सीटों वाला बीचक्राफ्ट का किंग एयर सी-90ए विमान है...

    नई दिल्ली !  पटना से नई दिल्ली आ रहे एक एयर एंबुलेंस के दोनों इंजन फेल हो गए, जिसके बाद उसे पश्चिमी दिल्ली के नजफगढ़ के एक गांव में आपात स्थिति में उतरना पड़ा। विमान में सात लोग सवार थे। विमानन नियामक ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। यह एक छह सीटों वाला बीचक्राफ्ट का किंग एयर सी-90ए विमान है, जिसे दिल्ली हवाईअड्डे से महज नौ किलोमीटर पहले ही इंजन की खराबी के कारण दोपहर बाद 2.40 बजे नजफगढ़ गांव के नजदीक आपात स्थिति में उतरना पड़ा। हवाईअड्डे के अधिकारियों ने कहा कि विमान के पायलट लगातार एटीसी (एयर ट्रैफिक कंट्रोल) के संपर्क में थे और उन्होंने आपात स्थिति में उतरने की इजाजत मांगी थी। अधिकारी ने बताया, "लेकिन जब यह विमान इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे संख्या 10 से महज नौ किलोमीटर दूर था, तभी उसे आपात स्थिति में उतरना पड़ा।" विमान में सवार सात यात्रियों में से एक की पहचान भगवान राय के रूप में की गई है। उन्हें चोटे आई हैं और राव तुला राम स्मारक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। राव तुला राम स्मारक अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी नेहा मरतोलिया ने आईएएनएस को बताया, "भगवान के सिर पर मामूली जख्म है और उनके जांघों पर चोट लगी है। उनकी हालत स्थिर है और उनका इलाज चल रहा है। उन्हें जल्द ही मेदांता अस्पताल भेज दिया जाएगा।" मरतोलिया ने बताया कि बाकी के छह यात्री सुरक्षित हैं और उनका गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा है। अलकेमिस्ट एयरवेज प्रा. लि. के इस विमान में भगवान के अलावा विजेंद्र राय (पायलट), अमित (पायलट), सह पायलट रोहित, रूपेश (चिकित्सक), महिला सहायक जूही और जैन बहादुर (टेक्नीशियन) सवार थे। विमान में खराबी के कारणों के बारे में पटना हवाईअड्डे के निदेशक राजिंदर सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय की जांच में ही इंजन की खराबी के कारणों का खुलासा होगा। नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री महेश शर्मा के मुताबिक, नागर विमानन महानिदेशालय ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और जांचकर्ताओं का दल घटनास्थल की जांच के लिए भेजा गया है। नागर विमानन महानिदेशालय के पूर्व महानिदेशक कनु गोहैन ने आईएएनएस से कहा, "अब जब जांच के आदेश दे दिए गए हैं तो डीजीसीए अधिकारियों का जांच दल इस मामले की पूरी जांच करेगा कि किस प्रकार यह घटना हुई। इसके क्या कारण थे। जांच के बाद यह दल अपनी रपट महानिदेशालय को सौंपेगा और उसके बाद आगे की कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।" इस दौरान नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा, "मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। घटना के कारणों की जांच की जा रही है।" इससे पहले फरीदाबाद में भी मई 2011 में एक एयर एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 10 लोग मारे गए थे। यह दुर्घटना खराब मौसम के कारण हुई थी।


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