• सोनोवाल असम में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली

    गुवाहाटी ! सर्बानंद सोनोवाल ने यहां मंगलवार को एक भव्य समारोह में असम में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके वरिष्ठ कैबिनेट और पार्टी सहयोगी व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हजारों समर्थक शामिल हुए। ...

    गुवाहाटी !   सर्बानंद सोनोवाल ने यहां मंगलवार को एक भव्य समारोह में असम में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके वरिष्ठ कैबिनेट और पार्टी सहयोगी व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हजारों समर्थक शामिल हुए। युवा मामलों और खेल के पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सोनोवाल (53) ने कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता हिमंत बिस्व सरमा के साथ पद की शपथ ली। सरमा पिछले साल भाजपा में शामिल हो गए थे और असम में भाजपा को मिली शानदार जीत के लिए उन्हें काफी श्रेय दिया गया है। असम के राज्यपाल पी.बी. आचार्य ने सोनोवाल और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोदी ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद भीड़ को संबोधित किया। मोदी ने कहा, "मतदान के बाद हमारा काम खत्म नहीं हो जाता। विकास के लिए जरूरी है कि जनता और सरकार साथ मिलकर काम करें।" प्रधानमंत्री ने वादा किया कि केंद्र असम सरकार से आगे बढ़कर राज्य के विकास के लिए काम करेगा। शपथ ग्रहण समारोह शहर के खानापारा रैली मैदान में रखा गया, जो चारों ओर लगाए गए भाजपा के झंडों से भगवा रंग में तब्दील हो गया। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी भी मौजूद थे। इसके अलावा समारोह में भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता भी उपस्थित थे। सोनोवाल द्वारा सत्ता से बेदखल कर दिए जाने से पूर्व राज्य में 15 वर्षो तक शासन करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद थे। मंत्रिमंडल के सदस्यों के रूप में शपथ ग्रहण करने वालों में भाजपा के परिमल शुक्लवैद्य, चंद्र मोहन पटवारी और रंजीत दत्ता भी शामिल थे। असम गण परिषद (अगप) के अतुल बोरा और केशव महंत, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) की प्रमिला रानी वैश्य और रिहान डीमरी ने भी मंत्रिमंडल के सदस्यों के रूप में शपथ ली। दो भाजपा विधायकों नब डोले और पल्लव लोचन दास को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ दिलाई गई। सोनोवाल समेत अधिकांश नेताओं ने असमिया भाषा में शपथ ली, लेकिन बीपीएफ नेताओं प्रमिला रानी ब्रह्मा और रिहान डीमरी ने स्थानीय बोडो भाषा में शपथ ली।


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