• जनसमस्याओं को दूर करने सरकार प्रतिबद्ध : रमन

    रायपुर ! प्रदेश में 27 अप्रैल से शुरू हुआ लोक सुराज अभियान कल 24 मई को समाप्त होगा। लगभग एक माह तक चले इस सुराज अभियान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सभी 27 जिलों में विभिन्न माध्यमों के द्वारा आठ हजार किमी यात्रा तय कर लोगों से जीवांत संपर्क किया। ...

    मुख्यमंत्री ने विशेष कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश रायपुर !   प्रदेश में 27 अप्रैल से शुरू हुआ लोक सुराज अभियान कल 24 मई को समाप्त होगा। लगभग एक माह तक चले इस सुराज अभियान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सभी 27 जिलों में विभिन्न माध्यमों के द्वारा आठ हजार किमी यात्रा तय कर लोगों से जीवांत संपर्क किया। इस दौरान लोगों ने खुलकर मुख्यमंत्री सामने अपनी समस्याएं रखी एवं अपना दु:खड़ा सुनाया, जिससे दूर करने रमन ने अधिकारियों को निर्देश दिए एवं अधिकांश मामलों का तत्काल निराकरण किया गया। सुराज अभियान के समाप्ति के पूर्व आज मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए इस संदर्भ में अपनी बातें रखी। वहीं इस दौरान एक पुस्तिका सुराज की अमृत धारा ‘कुछ झलकियां कुछ कहानियां’ का विमोचन किया। जिसमें सुराज के दौरान आई वास्तविकताओं का चित्रण है। सुराज अभियान के दौरान मिली समस्याओं को प्रदेश की सरकार ढाई साल की भीतर दूर करने का दावा कर रही है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने विशेष कार्य योजना बनाने की बात कही है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि उन्होंने सुराज अभियान के दौरान 27 जिलों का दौरा करते हुए लगभग 8 हजार किमी का यात्रा की। वहीं मंत्री, विधायक, सांसद एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी इस दौरान सरकार की बातों को जनता तक पहुंचाने अपना साथ दिया। सरकार के सुराज अभियान में जनता का जुड़ाव बेहतरीन रहा एवं लोगों ने खुलकर अपनी समस्याओं एवं दुविधाओं को सरकार के साथ रखा। अभियान के दौरान मीडिया का भी बेहतर सहयोग प्राप्त हुआ। मीडिया के माध्यम से भी अनेक महत्वपूर्ण जानकारी सरकारी तंत्र को मिली। सुराज अभियान के दौरान 44 से 45 डिग्री तापमान के बीच लोग जुटे। सुराज के दौरान यह देखा गया कि लोग में विकास की ललक है। अबूझमाढ़ जैसे इलाके में भी लोग विद्युतकरण को लेकर उत्साहित है। सरकार अबूझमाढ़ के 36 ग्रामों को जल्द विद्युतीकृत करेगी। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों के विशेषताओं को उभारने का काम इस दौरान अधिकारियों ने किया, जिससे प्रदेश एवं बाहर के राज्यों में प्रोजेक्ट करने योजना बनाई गई है। कुछ अहम निर्णय लिए गए है, जिसका क्रियान्वयन प्रारंभ भी कर दिए गया है। प्रदेश सरकार अविद्युतीकृत ग्रामों के साथ ही टोला मंजरों को जल्द ही शत प्रतिशत विद्युतीकृत करने की योजना बनाई है। कुपोषण, प्रसव के लिए भी लक्ष्य तैयार किया गया है। सुराज अभियान के दौरान सरकार ने अब हर तीन माह के भीतर सडक़, रेल लाईन व अन्य विकास कार्यों का टारगेट निर्धारित करने का निर्णय लिया है। 36 लाख परिवारों को नक्शा-खसरा दने स्थायी उपाय किया गया है। लोगों अब तीन माह के भीतर नक्शा एवं खसरा उपलब्ध कराया दिया जाएगा। इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को आदेशित किया गया है। राज्य सरकार सुराज अभियान के दौरान मिली शिकायतों के बाद 56 लाख परिवारों को आवासीय पट्टा देने का निर्णय लिया है, जिसकी शुरूआत 1 नवम्बर से होगी। यह लक्ष्य सरकार एक साल में पूरा कर लेगी। सुराज अभियान के दौरान सूखा पीडि़तों को सरकार ने 2 हजार करोड़ रुपए राशि प्रदान किया गया है एवं उनके अल्पकालीन ऋण को मध्यकालीन ऋण को परिवर्तित किया है साथ सिंचाई टैक्स में राहत भी प्रदान की है। वहीं राहत राशि का वितरण जल्द शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार ने प्रदेश में भू-जल स्तर की गिरावट को देखते हुए 50 हजार नए तालाबों का निर्माण का लक्ष्य रखा है। वहीं लोगों को पीने का पानी देने विशेष कार्य योजना बनाई गई है। सरकार ने जल संरक्षण के लिए 53 हजार करोड़ रुपए की योजना का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा है। दो नए योजना महतारी जतन एवं अमृत योजना के साथ ही खाद्यान्न सुरक्षा योजना में सुधार एवं गैस योजना से 25 लाख गरीब परिवारों को जोडऩे का लक्ष्य है। 25 लाख परिवारों को मात्र 200 रुपए के पंजीयन राशि पर 2 बर्नर के चूल्हे के साथ नए गैस कनेक्शन दिया जाएगा। इसके लिए सरकार 600 नए डीलर को तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सडक़ों का निर्माण अब टारगेट तय कर के किया जाएगा। बस्तर-सरगुजा में 30 से 35 हजार करोड़ की सडक़ें बनाई जा चुकी है। सुराज अभियान के दौरान लोगों ने मोबाइल टॉवर एवं टेलीफोन कनेक्टीविटी की मांग की साथ ही विद्युत की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी आवाज उठाई। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं विकास के लिए लोग जागरूक है। सरकार जनआपेक्षाओं के अनुसार आगामी योजना तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा गुणवत्ता जांचने उन्होंने स्कूलों में बच्चों से गिनती से लेकर पहाड़ा तक सुना। वहीं जहां बच्चें कुछ बोलने नहीं पाए वहां शिक्षकों से पहाड़ा सुना। उन्होंने कहा जब शिक्षकों को पहाड़ा नहीं आता तो बच्चों कैसे सिखेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर में सडक़ निर्माण को लेकर लोग उत्साहित है। इसके पहले न्यू सर्किट हाउस में पत्रकारों के चर्चा के पूर्व मुख्यमंत्री आज रेडक्रास भवन में सांसद रमेश बैस, मंत्री अजय चन्द्राकर, धमतरी, रायपुर व बलौदाबाजार कलेक्टर एवं एसपी के मौजूदगी में सुराज अभियान की समीक्षा की। जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई एवं जनआपेक्षाओं को पूरा करने शिकायतों को निराकृत करने पर बल दिया गया। बैठक में अभियान के दौरान मिली खामियों पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। वहीं अधिकारियों के जनविराधी रवैये पर भी सरकार ने आपत्ति जताई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनआपेक्षाओं का ध्यान रखते हुए अधिकारी संयमित आचारण के साथ जनशिकायतों का निराकरण करें।

    आमपना-बेल शरबत पीने की नसीहत मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि विपक्षियों का कहना है कि मुख्यमंत्री को सनबर्न हो गया, लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। मैने 25 दिनों तक आमपना और बेल का शरबत नमक और शक्कर के साथ उपयोग कर के पीया, जिससे मैं पूरी तरह स्वस्थ्य हूं। उन्होंने नसीहत दी की नमक एवं शक्कर का उपयोग कर प्राकृतिक तरीके से लोग अपने आपको स्वस्थ्य रखें।


     

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