• आतंकवाद के खात्मे के दावे फुस्स, पर्यटकों पर बढ़ा खतरा

    श्रीनगर ! राजधानी शहर श्रीनगर को आतंकवाद मुक्त कर लिए जाने के प्रति सुरक्षाबलोंं के दावे आज फुस्स हो गए। आतंकियों ने अति सुरक्षित समझे जाने वाले श्रीनगर शहर में पुलिसकर्मियों पर दो स्थानों पर तोबड़तोड़ हमले कर यह एक बार फिर दर्शाया है कि अभी भी आतंकी ‘जहां चाहें मार कर सकते’ हैं की पोजिशन में हैं।...

    श्रीनगर को निशाना बना आतंकियों ने अपनी उपस्थिति दर्शाई

    श्रीनगर !   राजधानी शहर श्रीनगर को आतंकवाद मुक्त कर लिए जाने के प्रति सुरक्षाबलोंं के दावे आज फुस्स हो गए। आतंकियों ने अति सुरक्षित समझे जाने वाले श्रीनगर शहर में पुलिसकर्मियों पर दो स्थानों पर तोबड़तोड़ हमले कर यह एक बार फिर दर्शाया है कि अभी भी आतंकी ‘जहां चाहें मार कर सकते’ हैं की पोजिशन में हैं। इतना जरूर था कि इन दो हमलों को चाहे सुरक्षाधिकारी आतंकियों की छटपटाहट का नतीजा करारा देते थे।


    पर टूरिज्म से जुड़े लोगों का कहना था कि अगर हमले न रूके तो कश्मीर में टूरिज्म पर आतंकवाद की काली परछाई एक बार फिर छा जाएगी। आज मोटरसाइकिल सवार आतंकियों द्वारा दो हमलों में तीन पुलिसकर्मियों की जान ले ली गई है। एक हमला पुलिस के गश्ती दल पर हुआ तो दूसरा पुलिस स्टेशन के बाहर। माना कि जिन इलाकों में हमले हुए वे टूरिस्टों की पहुंच से इसलिए बाहर कहे जाते हैं क्योंकि वहां टूरिस्टों के लिए देखने लायक कुछ खास नहीं है। पर सवाल यह है कि आखिर आतंकी आए कहां से थे। इन हमलों ने टूरिस्टों के लिए खतरा पैदा कर दिया है इससे भी कोई इंकार नहीं करता है। टूरिज्म से जुड़े लोग मानते हैं कि दो हमलों की खबर मिलने के बाद आज कश्मीर आए हुए, खासकर श्रीनगर में घूमने निकले टूरिस्टों में अफरातफरी और दहशत का माहौल देखा गया। ऐसे में टूरिज्म से जुड़े लोगों को चिंता इस बात की है कि कहीं हमलों में तेजी न आए और अगर ऐसा हुआ तो इस बार के टूरिस्ट सीजन का बंटाधार तय है जो पहले ही कश्मीरी पंडितों तथा सैनिक कालोनी के लिए जमीन देने के मुद्दे पर हिचकोले खा रहा है। ताजा हमलों के कारण न सिर्फ टूरिज्म से जुड़े लोगों में दशहत और चिंता का माहौल था बल्कि आम नागरिक भी दहशतजदा हुए हैं।

     

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