चेन्नई ! तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने सोमवार को शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद 500 शराब की दुकानों को बंद करने की घोषणा की। उन्होंने शराब की दुकानों के खुले रहने की अवधि भी दो घंटे के लिए घटा दी।
सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि शराब की दुकानें दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक खुली रहेंगी। पहले ये दुकानें सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुली रहती थीं।
आदेश पर प्रतिक्रिया जताते हुए पीएमके संस्थापक एस. रामदास ने कहा कि सरकार को शराब की दुकानों की शाम की अवधि घटानी चाहिए थी, जब सर्वाधिक बिक्री होती है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि ये 500 दुकानें कब बंद की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 7,000 शराब की दुकानें हैं और यदि हर साल 500 दुकानें बंद की जाएंगी, तो सभी दुकानें बंद करने में 14 साल लगेंगे।
उन्होंने कहा, "जब शराब की दुकानें बंद करने का नीतिगत फैसला ले लिया गया है, तब सरकार को हर महीने एक निश्चित संख्या में दुकानें बंद करनी चाहिए, ताकि इस साल के आखिर तक सभी शराब की दुकानें बंद हो जाएं और समाज को लाभ मिल सके।"
उन्होंने साथ ही मांग की कि सरकार को शराब की दुकानों में काम करने वाले कामगारों के लिए वैकल्पिक रोजगार की घोषणा करनी चाहिए।
तमिलनाडु में राज्य सरकार के उपक्रम द्वारा शराब की खुदरा बिक्री की जाती है, जिसे आम तौर पर तसमैक आउटलेट कहा जाता है।
शराब की बिक्री से राज्य सरकार को सालाना 26 हजार करोड़ रुपये से अधिक की आय होती है।