• जानबूझकर आग लगाते पाए जाने के 46 मामले दर्ज

    देहरादून ! सोमवार को अपर मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने प्रदेश में वनाग्नि की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि एक्टिव फायर की संख्या में कल की तुलना में काफी कमी आई है। आज एक्टीव फायर की संख्या 40 है जबकि रविवार को यह संख्या 73 थी। श्री रामास्वामी ने बताया कि आज वनाग्नि की 271 घटनाएं थी, जिनमें से 232 पर काबू पा लिया गया।...

    देहरादून !   सोमवार को अपर मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने प्रदेश में वनाग्नि की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि एक्टिव फायर की संख्या में कल की तुलना में काफी कमी आई है। आज एक्टीव फायर की संख्या 40 है जबकि रविवार को यह संख्या 73 थी। श्री रामास्वामी ने बताया कि आज वनाग्नि की 271 घटनाएं थी, जिनमें से 232 पर काबू पा लिया गया। विभिन्न विभागों के लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को वनाग्नि को रोकने के काम में लगाया गया है। इस बार फायर वॉचर की संख्या को 3 हजार से बढ़ाकर 6 हजार कर दिया गया है। इसका परिणाम भी मिलने लगा है। वर्तमान में एक्टीव फायर की संख्या में कमी आई है। अब पहले की तुलना में अधिक तेजी से आग की घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाने में सफलता मिल रही है। रामास्वामी ने बताया कि जंगलों में जानबूझकर आग लगाते हुए पाए जाने पर कुल 46 मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें 1 मामले में एफआईआर व 45 में फोरेस्ट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। जानकारी दी गई कि फोरेस्ट एक्ट में जानबूझकर आग लगाया जाना सिद्ध होने पर 3 से 7 साल की सजा का प्राविधान है। तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। इनमें से 2 व्यक्तियों को नैनीताल में व 1 व्यक्ति को पिथौरागढ़ में गिरफ्तार किया गया है। आज भी एयरफोर्स के दो एमआई-17 हेलीकाप्टर का उपयोग किया गया। नैनीताल से  5 व पौड़ी से 3 उड़ानें भरी गईं। श्री रामास्वामी ने वर्तमान फायर सीजन (15 फरवरी से 15 जून) में वनाग्नि से हुए नुकसान की जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कुल 1317  वनाग्नि की घटनाएं हुई हैं जिनसे 2876 हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। 3 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है जबकि 14 व्यक्ति घायल हुए हैं। कुल 7 पालतू जानवरों की मौत हुई है।


     

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