• सीआईए नहीं चाहती सार्वजनिक हो 9/11 की रिपोर्ट

    वाशिंगटन ! अमेरिकी खुफिया एजेंसी के निदेशक ने कहा है कि 9/11 कमीशन की रिपोर्ट के एक गोपनीय हिस्से की सूचनाएं सार्वजनिक नहीं की जानी चाहिए। बताया जाता है कि रिपोर्ट के इस भाग में 9/11 के हमले के लिए सऊदी अरब से आर्थिक सहायता मुहैया कराए जाने की अप्रमाणिक एवं बिना जांचा ब्यौरा है।...

    वाशिंगटन !  अमेरिकी खुफिया एजेंसी के निदेशक ने कहा है कि 9/11 कमीशन की रिपोर्ट के एक गोपनीय हिस्से की सूचनाएं सार्वजनिक नहीं की जानी चाहिए। बताया जाता है कि रिपोर्ट के इस भाग में 9/11 के हमले के लिए सऊदी अरब से आर्थिक सहायता मुहैया कराए जाने की अप्रमाणिक एवं बिना जांचा ब्यौरा है।

    द इंडिपेंडेंट की खबर के अनुसार, खुफिया एजेंसी को संचालित करने वाले जॉन ब्रेनन ने वर्ष 2004 में स्पष्ट रूप से लिखे गए 28 पृष्ठों के तथ्यों को सार्वजनिक नहीं करने का समर्थन किया है, क्योंकि डर है कि इससे अकारण अफवाहों को बल मिलेगा।

    ब्रेनन ने जोर देकर कहा कि 9/11 की आधिकारिक जांच में इस भाग की पूरी तरह से समीक्षा की गई थी।

    उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका का सऊदी अरब के साथ बहुत मजबूत रिश्ता है। 9/11 के 19 विमान अपहर्ताओं में से 15 वहीं से थे।


    उन्होंने एनबीसी के 'मीट द प्रेस' कार्यक्रम में कहा, "उस चैप्टर को संवेदनशील तरीकों व जांच संबंधी कार्यो की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र से बाहर रखा गया है।"

    ब्रेनन ने कहा कि वह रिपोर्ट ऐसी चीजों की मिश्रण है जो सही और गलत दोनों हैं।

    उन्होंने कहा कि 9/11 की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि सऊदी अरब की सरकार ने एक संस्था के रूप में या सऊदी अरब के अधिकारियों ने या व्यक्तियों ने अलकायदा को आर्थिक सहायता मुहैया कराई थी।

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