• अगस्ता घोटाले का राजनीतिकरण कर संसद की कार्यवाही बाधित,एक-दूसरे पर लगाए आरोप

    नई दिल्ली ! सरकार और विपक्षी दलों ने सोमवार को अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले का राजनीतिकरण कर संसद की कार्यवाही बाधित करने के आरोप एक-दूसरे पर लगाए। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार इस मामले से जुड़ी सच्चाई सामने लाना चाहती है, ताकि लोगों को सच का पता चले।...

    नई दिल्ली !   सरकार और विपक्षी दलों ने सोमवार को अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले का राजनीतिकरण कर संसद की कार्यवाही बाधित करने के आरोप एक-दूसरे पर लगाए। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि सरकार इस मामले से जुड़ी सच्चाई सामने लाना चाहती है, ताकि लोगों को सच का पता चले।

    नायडू ने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से कहा, "इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। इससे जुड़े तथ्य सामने लाए जाने चाहिए और लोगों को सच की जानकारी होनी चाहिए। हमें कुछ छुपाने की जरूरत नहीं है और न ही हम कुछ छिपाने जा रहे हैं। हम इसके बारे में खुलकर बात कर रहे हैं।"

    बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मायावती ने इस मुद्दे पर कहा कि सरकार को सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करनी चाहिए, ताकि हर किसी को इसके बारे में जानकारी मिल सके।

    मायावती ने पत्रकारों से कहा, "हमारी पार्टी का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और तृणमूल के लोग हेलीकाप्टर घोटाले के मुद्दे पर संसद की कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चले।"

    दूसरी तरफ कांग्रेस ने भाजपा पर इस मुद्दे को लेकर बदनाम करने का आरोप लगाया और कहा कि वे चार राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे से फायदा उठाना चाह रहे हैं।

    लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

    खड़गे ने संसद के बाहर पत्रकारों से कहा, "अगर हम डर रहे होते तो हम सीबीआई से इसकी जांच नहीं करवाते। क्योंकि हमने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी, यह दिखाता है कि हमारी सरकार सच्चाई को सामने लाने के लिए कितनी गंभीर थी।"


    उन्होंने आगे कहा, "लेकिन यह सरकार राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रही है। वे नहीं चाहते कि असली दोषी पकड़े जाएं। वे केवल इस मुद्दे का इस्तेमाल कर कांग्रेस को बदनाम करना चाहते हैं और मौजूदा विधानसभा चुनावों में इसका फायदा उठाना चाहते हैं।"

    जनता दल (युनाइटेड) के नेता के. सी. त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि सीबीआई इस मामले की जांच पूरी करे, ताकि न्यायिक कार्यवाही बाधित न हो।

    उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि जांच पूरी हो। सीबीआई और ईडी (प्र्वतन निदेशालय) इस मामले की जांच कर रही है। लेकिन भाजपा जांच के नतीजे आए बगैर ही मामले का राजनीतिकरण कर रही है। उन्होंने इस मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा बना दिया है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया बाधित होने का खतरा पैदा हो गया है।"

    रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने पहले ही कहा है कि वह बुधवार को सदन में इस मामले पर जवाब देंगे और घटना की विस्तार से जानकारी देंगे।

    उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को भारत में दी गई रिश्वत के इस मामले की सीबीआई जांच पर अपनी निष्क्रियता पर जवाब देने की जरूरत है।

    इटली में मिलान की एक अदालत द्वारा अगस्तावेस्टलैंड के पूर्व प्रमुख ब्रूनो स्पाग्नोलिनी को झूठे लेखांकन और भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेजने के बाद भारत में यह बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया है। कंपनी ने 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर भारत को बेचे थे।

    अदालत में प्रस्तुत किए गए कुछ दस्तावेजों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल और पूर्व भारतीय वायुसेना प्रमुख एस. पी. त्यागी के नाम हैं।

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