• जेएनयू छात्रों की गिरफ्तारी की सीपीएम ने निंदा की

    सी पी एम पोलिट ब्यूरो ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वामपंथी व प्रगतिशील छात्र नेताओं की धरपकड़ की कड़े शब्दों में निंदा की है।...

    नई दिल्ली। सी पी एम पोलिट ब्यूरो ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वामपंथी व प्रगतिशील छात्र नेताओं की धरपकड़ की कड़े शब्दों में निंदा की है।

    शुक्रवार की शाम सी पी एम के यह बयान जारी करने के समय तक पुलिस विश्वविद्यालय परिसर में तथा होस्टलों में तलाशी अभियान चला रही थी। इस क्रम में पुलिस छात्र संघ के अध्यक्ष, कन्हैया को गिरफ्तार कर तीन दिन के लिए हिरासत में भी ले चुकी थी।

           सी पी एम ने कहा है कि पुलिस ने बिना किसी गिरफ्तारी वारंट के छात्र नेताओं की अंधाधुंध तलाश में होस्टलों पर छापे मारे हैं। पार्टी ने याद दिलाया है कि विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस की ऐसी उपस्थिति और होस्टलों से ऐसी अंधाधुंध गिरफ्तारियां इससे पहले इमर्जेंसी के दौर में ही देखने को मिली थीं।

            जेएनयू के छात्र आंदोलन का देश की एकता व अखंडता की हिफाजत करने और राष्ट्रविरोधी आतंकवादी गतिविधियों के सभी रूपों के खिलाफ आवाज उठाने का आधी सदी के बेदाग रिकार्ड है।


           लेकिन, अब बड़ी नंगई से एक छोटी सी घटना को, जो छात्रों के विशाल बहुमत की राय को से मेल भी नहीं खाती है, प्रगतिशील तथा जनतांत्रिक छात्र आंदोलन को दबाने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेताम किया जा रहा है। आरएसएस और उसके अनुयाई लंबे अर्से से इसकी साजिश में लगे हुए थे। जेएनयू परिसर पर इस जनतंत्रविरोधी तानाशाहीपूर्ण हमले के, जिसे प्रतिष्ठित शिक्षा परिसरों में असहमति के स्वरों को कुचलने की भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित कोशिशों की रौशनी में देखा जाना चाहिए, गंभीर निहितार्थ हैं।

           पोलिट ब्यूरो ने मांग की है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन्हें फौरन छोड़ा जाए और वैध प्रक्रिया के तहत, समुचित रूप से स्वतंत्र जांच के आदेश दिए जाएं। विश्वविद्यालय अधिकारियों को भी दिल्ली पुलिस की ऐसी अवैध तथा अनुचित कार्रवाई को रोकना चाहिए।

     

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