कटनी ! बहोरीबंद विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार रात 12 बजे के आसपास एक भाजपा नेता की पत्नी एवं 2 बच्चों को लाश मिलने से सनसनी फैल गई। हत्या और आत्महत्या में उलझे इस मामले में पुलिस अभी कुछ भी स्पष्ट कहने से इंकार कर रही है। शनिवार को सुबह देर तक घर का दरवाजा न खुलने पर पड़ोसियों ने देखा कि कमरों में चारों ओर लाशें पड़ी हुईं हैं और बरामदे में 2 लेब्राडोर कुत्ते भी मरे पड़े है। दोनों कुत्तों को कनपटी में गोली मारी गई है।
पुलिस ने बताया कि पेट्रोल पंप के समीप रहने वाले स्थानीय भाजपा नेता शंशाक तिवारी सहित 40 वर्षीय पत्नी मिनी, 13 वर्षीय बेटी मणी उर्फ चाहत और 8 वर्षीय बेटा अभि उर्फ अभेनंद्र की खून से लथपथ लाशें मिली। जब पुलिस पहुंची, उस वक्त घर में टीवी ऑन था। वहीं शशांक के मोबाइल की रिंग लगातार बज रही थी। कहा जा रहा है कि शशांक परिजनों की गोली मारकर उनकी हत्या करने के बाद खुद को गोली मार आत्महत्या कर ली। भाजपा नेता द्वारा परिवार की हत्या करने एवं सुसाइड करने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैली और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। पुलिस ने घर को पूरी तरह सील करते हुए फोरेंसिक, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट सहित डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुला लिया।
पेट्रोल पम्प कोई न खरीदे, बर्बाद हो जाएगा: शशांक ने फैमिली को गोली मारने के बाद एसपी, कटनी को संबोधित करते हुए एक सुसाइड नोट लिखा। सुसाइड नोट में शशांक ने पूरा घटनाक्रम भी बयान किया है कि, पहले उसने किसे मारा और उसके बाद किसे। शशांक ने लिखा कि, मैने पहले अपनी पत्नी और बच्चों को गोली मार दी है। खुद भी सुसाइड कर रहा हूं। किसी को परेशान न किया जाए। सुसाइड नोट में यह भी जिक्र है कि खसरा नंबर-31, 32, 37 के अलावा पेट्रोल पम्प कोई न खरीदे, वर्ना बर्बाद हो जाएगा। सुबह शशांक के कर्मचारी संतोष की सूचना पर जब पुलिस पहुंची, उस वक्त टीवी ऑन था। पुलिस ने वहां से दो बंदूकें भी बरामद की हैं।
कई पार्टियां बदल चुका शशांक: बहोरीबंद में बिजनेस के साथ राजनीति में सक्रिय शशांक तिवारी लव मैरिज करने के बाद कटनी में बस गए थे। शशांक पहले भाजपा में सक्रिय थे उसके बाद उन्होंने कई पार्टियां बदली और वर्तमान में फिर भाजपा में वापस आ गए थे। बताया जाता है कि कभी बसपा कभी सपा और कभी कांग्रेस में भी उन्होंने पैर जमाने का प्रयास किया था। घटना के बाद से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और तरह-तरह की चर्चाएं चलती रहीं।
करोड़ों के कर्ज से परेशान था शशांक
शशांक का पेट्रोल पंप का बिजनेस था। उसके ऊपर चेक बाउंस के कई केस चल रहे हैं। बताया जा रहा है कि उस पर करोड़ों का कर्ज था, जिससे वह परेशान था। शशांक ने पिछले असेंबली इलेक्शन में समाजवादी पार्टी से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला। शशांक का पेट्रोल पम्प कई बार बंद हो चुका था। इस शनिवार यानी 13 फरवरी को दोपहर में उसकी री-ओपनिंग थी। उसके कार्ड बंट चुके थे।