• माघ में होने वाले सिरपुर महोत्सव से प्रशासन की रूचि घटी

    महासमुंद । हर साल माघ पूर्णिमा पर आयोजित किए जाने वाले सिरपुर महोत्सव के लिए इस बार अब तक कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है। ना हीं जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में तैयारी बैठक ली गई है और ना हीं पर्यटन विभाग ने जनवरी में स्थगित किए गए राष्ट्रीय नृत्य एवं संगीत महोत्सव आयोजन के लिए अब तक पुनः तिथि का निर्धारण किया है। वहीं दूसरी ओर माघ-पूर्णिमा में आयोजित होने वाली राजिम मेला की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। ...

    महासमुंद । हर साल माघ पूर्णिमा पर आयोजित किए जाने वाले सिरपुर महोत्सव के लिए इस बार अब तक कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है। ना हीं जिला प्रशासन की ओर से इस संबंध में तैयारी बैठक ली गई है और ना हीं पर्यटन विभाग ने जनवरी में स्थगित किए गए राष्ट्रीय नृत्य एवं संगीत महोत्सव आयोजन के लिए अब तक पुनः तिथि का निर्धारण किया है। वहीं दूसरी ओर माघ-पूर्णिमा में आयोजित होने वाली राजिम मेला की तैयारी जोर-शोर से शुरू हो चुकी है।

    ग्रामीणों का कहना है कि माघ मेले में सिरपुर महोत्सव के दो-तीन दिवसीय आयोजन में आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा बाहर से भी पर्यटक पहुंचते हैं। मेला आयोजन से सिरपुर के लोगों का कारोबार बढ़ता है। कलाकारों को मंच मिलता है। साथ ही सिरपुर के पुरा वैभव को लोग बेहतर साज-सज्जा के साथ देखते हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा इसे महज औपचारिक आयोजन बनाने की कवायद को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है।


    सिरपुर के ग्रामीण पूर्व कलेक्टर शिवकुमार तिवारी को याद करते हुए बताते हैं कि उन्हीं के प्रयासों से जिला प्रशासन द्वारा सिरपुर महोत्सव का सालाना आयोजन प्रारंभ हुआ, जो अब तक निरंतर जारी है। लेकिन अब प्रशासन की रूचि घट रही है, इसे महज खानापूर्ति की तरह आयोजित करने का प्रयास होने लगा है। ग्रामीणों ने बताया कि साल भर में पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के दो आयोजन हुआ करते थे, लेकिन इस बार पर्यटन विभाग का आयोजन तो हुआ नहीं, जिला प्रशासन के आयोजन का भी ओर-छोर नजर नहीं आ रहा।

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