• सियाचिन के हीरो को 'सलाम'

    नई दिल्ली ! सियाचिन में हिमस्लखन में छह दिन तक दबे रहने और उसके बाद 50 घंटे तक डॉक्टरों के साथ चली जिन्दगी और मौत की लंबी जद्दोजेहद लांस नायक हनुमंथप्पा कोपड़ अंतत: जिंदगी की जंग हार गए। आज दिन में पौने बारह बजे उनका निधन हो गया।...

    नई दिल्ली !   सियाचिन में हिमस्लखन में छह दिन तक दबे रहने और उसके बाद 50 घंटे तक डॉक्टरों के साथ चली जिन्दगी और मौत की लंबी जद्दोजेहद लांस नायक हनुमंथप्पा कोपड़ अंतत: जिंदगी की जंग हार गए। आज  दिन में पौने बारह बजे उनका निधन हो गया। दोपहर बाद लांस नायक हनुमत्थप्पा के निधन की खबर सुनते ही देश में शोक की लहर दौड़ गयी। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, उनके निधन से हमने देश का एक वीर सैनिक खो दिया है जो सर्वाधिक कठिन परिस्थितियों में भी सीमा की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहता था। बर्फ में दबे रहे पांच दिन बर्फ के 35 फुट नीचे पांच दिन तक दबे रहने के बावजूद उनकी जीवटता ने दुनिया को अचरज में डाल दिया था। किसी ने चमत्कार कहा तो किसी ने उसके मन की संकल्प शक्ति। जीवन की जिजीविषा ने लांस नायक कोपड़ को मरने नहीं दिया था, लेकिन बर्फ ने उनके गुर्दों और यकृत को जो नुकसान पहुंचाया। हर कोशिश हुई असफल डाक्टरों की एक टीम ने पिछले तीन दिन में उन्हें बचाने की भरसक कोशिश कर रही थी लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया था। दुनिया के हर कोने में उनके इलाज के सूत्र खंगाले लेकिन स्थिति नहीं सुधरी।


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