• विपक्ष के हंगामे के बीच सीएम अखिलेश ने पेश किया अनुपूरक बजट

    लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को विधानसभा में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अनुपूरक बजट पेश किया। एक अधिकारी ने कहा कि 27000 करोड़ के इस बजट में कर्ज में डूबे किसानों और बीमार पड़ चुकी बिजली वितरण कंपनियों की आर्थिक मदद पर जोर दिया गया है।...

    हंगामे के बीच बसपा के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया


    लखनऊ । उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को विधानसभा में मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अनुपूरक बजट पेश किया। एक अधिकारी ने कहा कि 27000 करोड़ के इस बजट में कर्ज में डूबे किसानों और बीमार पड़ चुकी बिजली वितरण कंपनियों की आर्थिक मदद पर जोर दिया गया है। बजट का एक बड़ा हिस्सा उन इलाकों में खर्च किया जाएगा जो सूखे की मार झेल रहे हैं और जहां किसान समस्याओं से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार पहले ही राज्य के किसानों के लिए 1304 करोड़ रुपये मंजूर कर चुकी है। अनुपूरक बजट में बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास और लखनऊ की मेट्रो रेल परियोजना पर भी जोर है।बिजली कंपनियों को 'उदय' योजना के तहत बांड के जरिए 26,606 करोड़ दिए गए हैं। सूखा प्रभावित क्षेत्रों में राहत के लिए 904.52 करोड़ आवंटित किए गए हैं। मुख्यमंत्री शुक्रवार को 2016-17 का बजट पेश करेंगे। अनुपूरक बजट पेश करने के बाद अखिलेश ने कहा कि विपक्ष यह कह कर लोगों को गुमराह कर रहा है कि सरकार सूखा प्रभावित बुंदेलखंड की समस्याओं के प्रति संवेदनशील नहीं है। हंगामे के बीच विपक्षी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। बसपा, कांग्रेस और भाजपा सदस्यों ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी की सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में नाकाम साबित हुई है। विपक्ष खासकर शामली की घटना का जिक्र कर रहा था जहां पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी समर्थित प्रत्याशी की जीत के बाद हुई हर्ष फायरिंग में एक 10 साल के बच्चे की मौत हो गई थी। कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के सामने पहुंच कर नारे लगाते रहे। इस सबके बीच मुख्यमंत्री ने अनुपूरक बजट पेश किया।

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