• छगः मंडियों में ऑनलाइन खरीदी व्यवस्था शुरु

    धमतरी । किसानों को उनकी उपज का ज्यादा दाम दिलाने अप्रैल से प्रदेश की 5 मंडियों में ऑनलाइन खरीदी व्यवस्था शुरु की जा रही है। जिसमें धमतरी जिले की कुरुद मंडी का नाम भी 5 मंडियों में शामिल है। वहीं धमतरी क्षेत्र के किसानों का कहना है कि धमतरी मंडी में भी खरीदी का नया सिस्टम जल्द लागू किया जाए ताकि बोली में व्यापारियों की मनमानी और सेटिंग पर रोक लग सके।...

    धमतरी । किसानों को उनकी उपज का ज्यादा दाम दिलाने अप्रैल से प्रदेश की 5 मंडियों में ऑनलाइन खरीदी व्यवस्था शुरु की जा रही है। जिसमें धमतरी जिले की कुरुद मंडी का नाम भी 5 मंडियों में शामिल है। वहीं धमतरी क्षेत्र के किसानों का कहना है कि धमतरी मंडी में भी खरीदी का नया सिस्टम जल्द लागू किया जाए ताकि बोली में व्यापारियों की मनमानी और सेटिंग पर रोक लग सके।

    ग्राम कुर्रा के किसान ज्ञानीराम सिन्हा का कहना है कि ऑनलाइन खरीदी सिस्टम किसानों के लिए फायदेमंद है। इससे किसानों को ज्यादा कीमत मिलेगी। सुना है कि कुरुद मंडी में नई खरीदी व्यवस्था अप्रैल से चालू हो रही है। धमतरी की आदर्श कृषि उपज मंडी धमतरी जिले की सबसे बड़ी मंडी है। इसलिए यहां भी ऑनलाइन खरीदी शुरु होनी चाहिए। ग्राम खरतुली के किसान भगवती उईके का कहना है ऑनलाइन खरीदी व्यवस्था से किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल पाएगा। रेट गिरने और व्यापारियों द्वारा सेटिंग कर कम दामों पर बोली लगाने की समस्या से किसान मुक्त हो जाएंगे। धमतरी कोष्टापारा के किसान सालिकराम पटेल ने बताया कि मंडी में धान का उचित दाम नहीं मिल पाता। व्यापारी अपने द्वारा निर्धारित सीमा से ज्यादा भाव की बोली नहीं लगाते, जिसके कारण बोली के बावजूद उपज का सही दाम नहीं मिल पाता। मंडी में धान लाने वाले किसान मजबूरी में बोली के दाम पर धान बेच देते हैं। ऑनलाइन बोली व्यवस्था से किसानों को उचित दाम मिलेगा, ऐसा सुना है। इसलिए यह सिस्टम बहुत जरुरी है।


    इस तरह होगी ई-ट्रेडिंग की प्रक्रियाः बेचने के लिए मंडी में किसान द्वारा लाए गए धान का मंडी के कर्मचारी सैंपल लेंगे। जिसके आधार पर धान का 4 गे्रड तय किया जाएगा। प्रतिदिन मंडी में बोली के तय समय पर पंजीकृत व्यापारी ऑनलाइन बोली लगाएंगे। पंजीकृत व्यापारी आईडी और पासवर्ड के आधार पर ऑनलाइन बोली में शामिल हो पाएंगे। धमतरी के ही व्यापारी नहीं दूसरे प्रदेश या दूसरे शहर के व्यापारी भी बोली लगा सकते हैं। ऑनलाइन बोली प्रक्रिया में सबसे ऊंचे दाम की बोली की सूचना संबंधित किसान और मंडी अधिकारी तक मोबाइल पर मैसेज के रुप में पहुंचेगी। मैसेज आने पर किसान इस कीमत पर धान बेचने राजी हैं या नहीं, इसकी जानकारी मैसेज भेजकर हां या न के रुप में दिया जाएगा।

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