• भारत आना चाहती है फॉर्मूला-ई रेसिंग

    ग्रेटर नोएडा ! तीन साल के छोटे से सत्र के बाद जहां फॉर्मूला-1 कार रेसिंग ने भारत से अपना हांथ खींच लिया और निकट भविष्य में उसकी वापसी के भी आसार नहीं है, वहीं इलेक्ट्रिक कारों की फॉर्मूला-ई रेसिंग भारत में पदार्पण करना चाहती है। हालांकि इसके लिए अभी कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है।...

    ग्रेटर नोएडा !   तीन साल के छोटे से सत्र के बाद जहां फॉर्मूला-1 कार रेसिंग ने भारत से अपना हांथ खींच लिया और निकट भविष्य में उसकी वापसी के भी आसार नहीं है, वहीं इलेक्ट्रिक कारों की फॉर्मूला-ई रेसिंग भारत में पदार्पण करना चाहती है। हालांकि इसके लिए अभी कोई समय निर्धारित नहीं किया गया है। फॉर्मूला-ई रेसिंग सितम्बर, 2014 में बीजिंग से शुरू हुई और इस समय इसका दूसरा सत्र चल रहा है। दूसरे सत्र की शुरुआत पिछले वर्ष अक्टूबर में हुई और इस वर्ष जुलाई तक चलेगी। फॉर्मूला-ई को भी पूरी दुनिया में आयोजित किया जा रहा है और इसके प्रत्येक सत्र में स्ट्रीट सर्किट पर 10 रेस आयोजित किए जाते हैं। फॉर्मूला-ई की मीडिया एवं रणनीतिक साझेदारी के निदेशक अली रसेल ने यहां आज कहा कि निश्चित तौर पर हम भारत में रेस करना चाहते हैं। भारत में यह एक शानदार आयोजन होगा। हमारे पास स्थानीय साझीदारों (महिंद्रा रेसिंग) का समर्थन भी है। हमें मीडिया से सहयोग की दरकार है ताकि हमारे भारत में पदार्पण अभियान को अच्छी तरह प्रचारित किया जा सके।  एकमात्र भारतीय फॉर्मूला-ई टीम महिंद्रा रेसिंग के टीम प्रिंसिपल दिलबाग गिल ने तीसरे सत्र में रेस को भारत लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया था। हालांकि रसेल का कहना है कि भारत में 2016-17 सत्र में रेस का आयोजन अभी तो असंभव है। रसेल ने कहा कि यह आसान नहीं होगा। हमें अनेक अधिकारियों के साथ बैठकें करनी होंगी और इस संबंध में भरपूर विचार-विमर्श करना होगा।


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