• श्रीनगर में अफजल गुरु की तीसरी बरसी पर कर्फ्यू जैसी रोक

    श्रीनगर । श्रीनगर में बुधवार को कर्फ्यू जैसी रोक रही, जिससे लोगों को काफी असुविधा हुई। पुलिसकर्मी श्रीनगर शहर में स्थित कमर्शियल हब रेजीडेंसी रोड और लाल चौक पर तैनात रहे। उन्होंने मीडियाकर्मियों सहित अन्य लोगों को वहां से निकलने की इजाजत नहीं दी। मीडियाकर्मी रेजीडेंसी रोड पर प्रेस एंक्लेव स्थित अपने दफ्तरों में जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से गुजरने की अनुमति नहीं दी।...

    बरसी पर अलगाववादियों के संभावित विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रोक लगा दी 

    श्रीनगर । श्रीनगर में बुधवार को कर्फ्यू जैसी रोक रही, जिससे लोगों को काफी असुविधा हुई। पुलिसकर्मी श्रीनगर शहर में स्थित कमर्शियल हब रेजीडेंसी रोड और लाल चौक पर तैनात रहे। उन्होंने मीडियाकर्मियों सहित अन्य लोगों को वहां से निकलने की इजाजत नहीं दी। मीडियाकर्मी रेजीडेंसी रोड पर प्रेस एंक्लेव स्थित अपने दफ्तरों में जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से गुजरने की अनुमति नहीं दी। रेजीडेंसी रोड इलाके में संवाददाताओं ने अपना पहचानपत्र तक दिखाया, लेकिन वहां तैनात एक कांस्टेबल ने उन्हें रोकते हुए कहा, "अनुमति नहीं है।" श्रीनगर शहर के अंतर्गत पड़ने वाले पांच थानाक्षेत्र में मंगलवार को संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की तीसरी बरसी पर अलगाववादियों के संभावित विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए रोक लगा दी गई थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, "हमें बुधवार को लाल चौक इलाके में अलगाववादियों के विरोध-प्रदर्शन की फिराक में होने की खबर मिली है।" अलगाववादियों द्वारा बंद बुलाए जाने के बाद पुलिस ने सोमवार को जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया था, वह अब भी पुलिस निगरानी में हैं। अलगाववादियों ने जेकेएलएफ के संस्थापक मुहम्मद मकबूल भट्ट की बरसी के चलते गुरुवार को एक बंद बुलाया है। भट्ट को 11 फरवरी, 1984 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी।


अपनी राय दें