• भारत ने बांग्लादेश तक रेल लाइन के लिए धन जारी किया

    अगरतला । भारत और बांग्लादेश के बीच नई रेल परियोजना को 6 साल पहले अंतिम रूप देने के बाद मंगलवार को भारत सरकार ने इस मद में 580 करोड़ रुपये जारी किए। जनवरी, 2010 में जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी भारत यात्रा के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी, तब अगरतला (भारत)-अखौरा (बांग्लादेश) रेल परियोजना को अंतिम रूप दिया गया था।...

    अगरतला । भारत और बांग्लादेश के बीच नई रेल परियोजना को 6 साल पहले अंतिम रूप देने के बाद मंगलवार को भारत सरकार ने इस मद में 580 करोड़ रुपये जारी किए। जनवरी, 2010 में जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी भारत यात्रा के दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की थी, तब अगरतला (भारत)-अखौरा (बांग्लादेश) रेल परियोजना को अंतिम रूप दिया गया था। त्रिपुरा सरकार के परिवहन सचिव समरजीत भौमिक ने बताया, "त्रिपुरा सरकार द्वारा लगातार अनुरोध के बाद और प्रधानमंत्री कार्यालय के हस्तक्षेप के बाद डोनर (उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का विकास) मंत्रालय ने नई रेल परियोजना के लिए 580 करोड़ का अनुदान देने को मंजूरी दी है।" उन्होंने कहा कि अगर डोनर मंत्रालय मार्च तक धन जारी कर देता है तो भूमि अधिग्रहण का काम शुरू कर दिया जाएगा।  उन्होंने कहा कि अगरतला-अखौरा रेल परियोजना से उत्तरपूर्व क्षेत्र के विकास और अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा मिलेगा। "यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व की ओर देखो नीति को बढ़ावा देगी।" मोदी ने पिछले साल जून में बांग्लादेश की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री हसीना के साथ 1000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल परियोजना पर चर्चा की थी। भौमिक ने बताया कि बांग्लादेश वाले हिस्से की परियोजना को विदेश मंत्रालय धन मुहैया कराएगा, जबकि भारतीय हिस्से को डोनर (डेवलपमेंट ऑफ नॉर्थ ईस्टर्न रीजन) मंत्रालय धन देगा। इस नए रेलमार्ग के बनने के बाद अगरतला से कोलकाता के बीच की दूरी 1,650 किलोमीटर से घटकर केवल 550 किलोमीटर हो जाएगी। इस समय भारत और बांग्लादेश के बीच चार रेल लिंक हैं। ये रेल लाइनें पश्चिम बंगाल से जुड़ी हुई हैं।


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