• ​ मध्य प्रदेश के धार में भोजशाला के बाहर हिंदूवादी संगठनों का सत्याग्रह

    धार । ​ मध्य प्रदेश के धार जिले की भोजशाला में बसंत पंचमी के मौके पर होने वाली पूजा और नमाज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा की गई बेरिकेटिंग के खिलाफ हिदूवादी संगठनों ने मंगलवार को भोजशाला के बाहर सत्याग्रह किया और पूजा करने भीतर नहीं गए। हिदूवादी संगठनों की मांग है कि 12 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन भोजशाला में सिर्फ पूजा हो, नमाज अता न की जाए। ...

    बसंत पंचमी के मौके पर होने वाली पूजा और नमाज को लेकर बढ़ रहा है विवाद

    धार । ​ मध्य प्रदेश के धार जिले की भोजशाला में बसंत पंचमी के मौके पर होने वाली पूजा और नमाज को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सुरक्षा को लेकर प्रशासन द्वारा की गई बेरिकेटिंग के खिलाफ हिदूवादी संगठनों ने मंगलवार को भोजशाला के बाहर सत्याग्रह किया और पूजा करने भीतर नहीं गए। हिदूवादी संगठनों की मांग है कि 12 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन भोजशाला में सिर्फ पूजा हो, नमाज अता न की जाए।  लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने तय किया है कि 12 फरवरी को बसंत पंचमी और शुक्रवार है, लिहाजा सूर्योदय से दोपहर बारह बजे तक पूजा होगी और दोपहर एक से तीन बजे के मध्य नमाज अता की जाएगी। उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने भी प्रशासन को सुरक्षा-व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। हिदूवादी संगठनों के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को नियमित रूप से होने वाली पूजा नहीं की और विरोध स्वरूप बाहर ही सत्याग्रह शुरू कर दिया और मोतीबाग चौराहे पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। हिंदूवादी संगठनों की मांग है कि प्रशासन ने सुरक्षा के नाम पर जो जगह-जगह बेरिकेट्स लगाए हैं, उन्हें हटाया जाए। धार के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने बताया कि "सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। मंगलवार को कुछ लोग भोजशाला में पूजा करने नहीं गए।"


अपनी राय दें