दुर्ग। शहर में पेयजल आपूर्ति के लिए रविवार को शुरू हुए 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट की क्षमता का पहले दिन पीएचई 25 प्रतिशत ही उपयोग कर पाया। फिल्टर प्लांट से विभिन्ना इलाकों में 10 एमएलडी पानी की सप्लाई हो पाई। फेज-2 योजना से अन्य इलाकों में सप्लाई के लिए निगम द्वारा प्लान बनाया जाएगा।
77 करोड़ की 42 एमएलडी क्षमता वाली पेयजल फेज-2 योजना का रविवार को लोकार्पण किया गया। पीएचई ने सोमवार को यहां से पानी सप्लाई का काम शुरू कर दिया। योजना के तहत आउटर कॉलोनियों और मध्य वार्डों में मुख्य पाइप लाइन का विस्तार किया गया है। कुछ इलाकों में पुराने डिस्ट्रीब्यूशन लाइन को मुख्य पाइप लाइन से जोड़ा गया है। 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट से पहले दिन शहर में 10 से 12 एमएलडी पानी की सप्लाई की गई। शेष इलाकों में निगम के 24 एमएलडी फिल्टर प्लांट से पानी सप्लाई हो रही है। बोरसी, कातुलबोर्ड ,बोरसी, सिकोला भाठा और बघेरा क्षेत्र में जहां फेज-2 से नल कनेक्शन दिया गया है उन क्षेत्रों में पानी की सप्लाई की गई।
प्रोजेक्ट में पहले मुख्य पाइप लाइन बिछाने के साथ ही घर-घर तक पानी सप्लाई के लिए डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन का विस्तार किया जाना था। काम समय पर नहीं होने के कारण प्रोजेक्ट की लागत बढ़कर 77 से 88 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। लागत बढ़ने के कारण आउटर कॉलोनियों में डिस्ट्रीब्यूशन पाइप लाइन का विस्तार नहीं किया गया। लागत को देखते हुए इसे प्रोजेक्ट से अलग कर दिया गया। अब इन क्षेत्रों में अमृत मिशन योजना के तहत निगम द्वारा पाइप लाइन का विस्तार किया जाएगा। डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछने के बाद ही फेज-2 से क्षमता के अनुरूप पानी सप्लाई किया जाएगा। नई पाइप लाइन से अब तक विभिन्ना क्षेत्रों में लगभग छह हजार लोगों को नल कनेक्शन दिया गया है।
फेज-2 योजना के तहत निर्मित नए फिल्टर प्लांट से शहर के मध्य वार्डों में पानी सप्लाई के लिए पुरान टंकियों को जोड़ा जाएगा। वर्तमान में सघन आबादी वाले शंकरनगर पानी टंकी और पटरीपार स्थित तितुरडीह पानी टंकी में पुराने फिल्टर प्लांट से सप्लाई किया जाता है। इन क्षेत्रों में क्षमता के अनुरूप पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। निगम के जलगृह विभाग द्वारा फेज-2 से सप्लाई के लिए प्लान बनाया जा रहा है, जिसमें उक्त टंकियों को 42 एमएलडी फिल्टर प्लांट स जोड़ा जाएगा। ताकि गर्मी के दिनों में क्षेत्र में डिमांड के मुताबिक पानी की सप्लाई हो सके।