• जांजगीर जिले में बढ़ रही बेरोजगारी

    जांजगीर।जिले में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोजगार कार्यालय में 1 लाख 24 हजार 561बेरोजगारों का जीवित पंजीयन है। कार्यालय में पंजीयन के बाद बेरोजगार नौकरी की आस में भटकते हैं। रोजगार कार्यालय से विभिन्न विभागों द्वारा नाम मंगाकर रोजगार देने के मौके अब बहुत कम हो गए हैं। विभिन्न रिक्तियों में आवेदन के लिए रोजगार कार्यालय का पंजीयन आवश्यक होने के कारण बेरोजगार मजबूरीवश पंजीयन कराते हैं, अन्यथा यहां पंजीयन का भी औचित्य नहीं है।...

    जांजगीर।जिले में बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। रोजगार कार्यालय में 1 लाख 24 हजार 561बेरोजगारों का जीवित पंजीयन है। कार्यालय में पंजीयन के बाद बेरोजगार नौकरी की आस में भटकते हैं। रोजगार कार्यालय से विभिन्न विभागों द्वारा नाम मंगाकर रोजगार देने के मौके अब बहुत कम हो गए हैं। विभिन्न रिक्तियों में आवेदन के लिए रोजगार कार्यालय का पंजीयन आवश्यक होने के कारण बेरोजगार मजबूरीवश पंजीयन कराते हैं, अन्यथा यहां पंजीयन का भी औचित्य नहीं है।

    जांजगीर में बेरोजगारों की संख्या में हर माह बढ़ोतरी हो रही है। जिले के रोजगार व स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में हर माह लगभग डेढ़ हजार से अधिक बेरोजगार कार्यालय पहुंचकर पंजीयन करा रहे हैं। रोजगार कार्यालय बेरोजगारों के आंकड़े एकत्र करने वाला केन्द्र बनकर रह गया है। शासकीय सेवाओं में नियोजन की गुंजाइश काफी कम हो गई है। यहां ऐसी स्थिति को देखते हुए स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाता है।

    जिस संख्या में बेरोजगारों का पंजीयन हो रहा है, उसके हिसाब से रोजगार के मौके ना के समान है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले में जुलाई माह में 1हजार 952, अगस्त माह में 1 हजार 572, सितम्बर माह 1 हजार 701, अक्टूबर माह में 1 हजार 550 व नवम्बर माह मे 1 हजार 455 बेरोजगारों का पंजीयन है। जिले में वर्ष 2015 में नवम्बर माह तक 1 लाख 23 हजार 561 बेरोजगारों ने आवेदन कर अपना पंजीयन कराया है।


    इनमें एससी के 29 हजार 995, एसटी के 8 हजार 351, पिछड़ा वर्ग के 52 हजार 952 व महिलाओं के 29 हजार 552 बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें 94 हजार 9 पुरूष व 29 हजार 552 महिला बेरोजगार हैं। बीते वर्ष 2014 में आज की स्थिति में 1 लाख 24 हजार 266 पंजीकृत संख्या थी। इसी तरह वर्ष 2013 में 1 लाख 21 हजार 609 कुल बेरोजगार पंजीकृत थे। साल दर साल बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। विभाग द्वारा रोजगार मेला व प्लेसमेंट कैंप का आयोजन किया जाता है, मगर इसमें बहुत ही कम लोगों को नौकरी मिलती है। विभाग द्वारा स्वरोगार मार्गदर्शन दिया जाता है मगर ज्यादातर लोगों का रूझान सरकारी नौकरी की ओर होने के कारण वे स्वरोजगार की ओर ध्यान नहीं देते। विभाग द्वारा रोजगार के लिए अब तक आधा दर्जन से अधिक रोजगार मेला व प्लेसमेंट कैम्प लगाया जा चुका है। इसमें लगभग 4 हजार बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराने का दावा विभाग द्वारा किया गया है।

    हायर सेकेण्डरी व स्नातक के बाद से रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराने बेरोजगारों की भीड़ लगी रहती है। प्रतिदिन यहां जिले के बेरोजगार अपना पंजीयन कराने पहुंचते हैं। दरअसल शासकीय नौकरियों के लिए आवेदन में यहां का पंजीयन नंबर आवश्यक होता है। इस लिहाज से पंजीयन कराने वाले कतार में लगकर अपना पंजीयन कराते हैं। पहले यहां से नौकरी के लिए बुलावा आदि की उम्मीद रहती थी, मगर बेरोजगारों की संख्या में बेतहाशा वृद्घि व शासकीय सेवा में अवसरों की कमी के चलते यहां से अब काल नहीं किया जाता।

    छत्तीसगढ़ शासन कौशल विकास शिक्षा, प्रौद्योगिकी विभाग विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिले में शिक्षित बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिले में वर्ष 2012-13, 2013-14 व 2014-15 के वे ही हितग्राही जिन्हें पूर्व के वित्तीय वर्षों में 1 माह या उससे अधिक व 24 माह से कम शिक्षित बेरोजगारी भत्ता का वितरण किया गया है, वे हितग्राही ही बेरोजगारी भत्ता के लिए पात्र माने जाएंगे। वहीं वर्ष 2015-16 के पंजीकृत बेरोजगारों के लिए भत्ता दिए जाने की योजना शासन द्वारा बंद कर दी गई है।

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