• धमतरी में 673 हैंडपंप लाल पानी आने से बंद पड़े

    धमतरी। बारिश के सीजन में अल्पवर्षा के चलते इस बार गर्मी भीषण पड़ने की संभावना है। खरीफ सीजन की तरह रबी सीजन में भी भू-जल के भारी दोहन गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले ही भू-जल नीचे जाने लगा है, जिसके कारण इस बार गर्मी में पानी संकट से लोगों को ज्यादा जूझना पड़ सकता है।पीएचई से प्राप्त जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में कुल 8995 हैंडपंप हैं, जिनमें से 8332 ही काम के लायक हैं। ...

    धमतरी। बारिश के सीजन में अल्पवर्षा के चलते इस बार गर्मी भीषण पड़ने की संभावना है। खरीफ सीजन की तरह रबी सीजन में भी भू-जल के भारी दोहन गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले ही भू-जल नीचे जाने लगा है, जिसके कारण इस बार गर्मी में पानी संकट से लोगों को ज्यादा जूझना पड़ सकता है।पीएचई से प्राप्त जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में कुल 8995 हैंडपंप हैं, जिनमें से 8332 ही काम के लायक हैं।

    673 हैंडपंप लाल पानी आने से, भू-जल नीचे जाने या अन्य कारणों से बंद पड़े हैं। जनवरी में हुई जिला योजना समिति की बैठक में पीएचई ने यह रिपोर्ट दी थी। धमतरी ब्लॉक में कुल 2237 हैंडपंप हैं जिसमें से 2132 चालू हैं और 105 हैंडपंप बंद हैं। कुरुद ब्लॉक में कुल 2522 हैंडपंपों में से 2467 ही काम के लायक हैं। 55 बंद पड़े हैं। मगरलोड ब्लॉक के 1506 हैंडपंपों में से 1146 काम कर रहे हैं और 360 काम के लायक नहीं हैं।


    नगरी ब्लॉक के कुल 2730 हैंडपंप हैं जिसमें से 2577 चालू हालत में हैं। 157 बंद हैं। जनवरी के शुरुआती दिनों की रिपोर्टिंग के मुताबिक जिले के 95 हैंडपंप जलस्तर गिरने के कारण बंद हैं। इस संबंध में पीएचई के कार्यपालन अभियंता से मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। ग्राम पंचायत श्यामतराई में पेयजल आपूर्ति व्यवस्थित करने के लिए लगभग दो माह पूर्व पाइप लाइन बिछाई गई है, पर अब तक पानी की आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई है।

    ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द पानी की आपूर्ति शुरू की जाए। ग्राम पंचायत श्यामतराई के नहर पार तालाब से पंचायत भवन तक दो माह पहले खुदाई करके पाइप लाइन बिछाई गई है। अब तक पानी आपूर्ति की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पाई है। अभी ग्रामीण हैंडपंप के सहारे पेयजल की व्यवस्था करते हैं। कभी -कभी हैंडपंप से पानी उतर जाने से बार-बार हैंडपंप को चलाना पड़ता है। आबादी बढ़ने के साथ ही साथ पानी की खपत बढ़ गई है। ऐसे में नल शुरू करने की मांग ग्रामीण करने लगे हैं।

अपनी राय दें