स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर साधा निशाना
चंडीगढ़। संगीता कालिया का तबादला होते ही विपक्ष के निशाने पर आए मंत्री अनिल विज ने एक फिर ट्वीट किया है। ट्वीट में फिर संगीता निशाने पर हैं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट किया- 'संगीता ने मीटिंग में शराब की अवैध बिक्री की शिकायत लेकर आए एनजीओ के लोगों को धमकाया था। ऐसा करके वे जाने-अनजाने ड्रग और शराब माफिया की मदद कर रही थीं।'विधानसभा में भी ये मुद्दा उठा।
सदन में प्रश्नकाल के बाद कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने मुद्दा उठाया कि फतेहाबाद की दलित एसपी संगीता कालिया के मुद्दे पर अनिल विज को माफी मांगनी चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए। इस मामले में विज के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज होना चाहिए। इस पर मंत्री विज ने सफाई देते हुए कहा कि मेरे पास वीडियो क्लिप है। जिससे जाहिर होता है कि एसपी ने शराब की अवैध बिक्री मामले में शिकायतकर्ता एनजीओ को धमकाया था।
इस मामले में एसपी के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आधे सच की जानकारी खतरनाक होती है।हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज और आईपीएस संगीता कालिया के बीच विवाद के मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जांच शुरू कर दी है। आयोग ने उस मीटिंग का वीडियो कब्जे में लिया है, जिसमें विज और कालिया के बीच हुआ विवाद रिकॉर्डेड है। वीडियो की पूरी जांच करने के बाद ही आयोग किसी नतीजे पर पहुंचेगा।
आयोग के वाइस चेयरमैन डॉ. राजकुमार वेरका ने कहा कि आयोग को हरियाणा की ऑफिसर्स एसोसिएशन की ओर से मामले में शिकायत मिली थी। आयोग संगीता कालिया का पक्ष जानना चाहता है। उन्हें मैसेज भेजा गया है कि वह आयोग के नई दिल्ली स्थित दफ्तर में आकर अपना पक्ष रखें। उसके बाद ही कोई कार्रवाई की जा सकती है।
अगर संगीता कालिया आयोग को यह शिकायत देती हैं कि उनका उत्पीड़न हुआ है तो आयोग फौरन कार्रवाई करेगा।गौरतलब है कि फतेहाबाद में पब्लिक मीटिंग के दौरान इलाके में शराब की बिक्री का मुद्दा उठा था। इस पर मंत्री अनिल विज और एसपी संगीता कालिया के बीच विवाद हो गया था। विज ने कालिया को मीटिंग से बाहर जाने तक के लिए कह दिया था, पर कालिया ने जाने से इनकार कर दिया था। इससे नाराज विज मीटिंग छोड़कर चले गए थे। अगले ही दिन कालिया का तबादला कर दिया गया था।