पार्रिकर ने 60 साल की उम्र होने पर राजनीति से संन्यास के संकेत दिए थे
गोवा । रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राजनीति से संन्यास लेने की अटकलों का खंडन किया है । उन्होंने 60 साल की उम्र होने पर राजनीति से संन्यास के संकेत दिए थे, लेकिन अब उन्होंने कहा है कि उनके बयान को संन्यास से न जोड़ा जाए। पर्रिकर ने गोवा के मापुसा में आयोजित एक कार्यक्रम में संन्यास के संकेत दिए थे । लेकिन सोमवार को उन्होंने अपने बयान पर सफाई पेश की और कहा, ''मैंने हल्के अंदाज में बयान दिया था । इसे संन्यास से न जोड़ा जाए ।'
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री ने ये भी माना कि गोवा जैसे छोटे राज्यों में विश्वसनीय नेतृत्व का संकट है । पर्रिकर ने कहा कि गोवा पर हमेशा उनका ध्यान रहेगा । उन्होंने यह भी कहा कि यदि राज्य सरकार गलत रास्ते पर चलेगी, तो मैं उसे सही रास्ते पर लाऊंगा । गोवा की राजधानी पणजी से 10 किलोमीटर उत्तर में स्थित मापुसा शहर में रविवार को लोकमान्य बहुउद्देशीय सहकारी ऋण सोसायटी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में ये बातें कहीं
रक्षा मंत्री ने कहा था कि 60 साल पूरे होने पर लोगों को अपने रिटायरमेंट के बारे में सोचना चाहिए । 13 दिसंबर को मैं 60 साल का हो जाऊंगा । इसे देखते हुए मैंने दो-तीन साल पहले से ही इसके बारे में सोचना शुरू कर दिया था । बड़ी जिम्मेदारी निभाने के प्रति मेरे मन में कोई दिलचस्पी नहीं है । उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली थी । इसके बाद पिछले साल उनको केंद्र की एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री के तौर पर शामिल किया गया । वर्ष 2000 में पर्रिकर गोवा के बीजेपी के पहले सीएम बने थे । 2005 तक उनका पहला कार्यकाल रहा।