• छत्तीसगढ़ धमतरी के एक और अन्नदाता ने मौत को लगाया गले

    धमतरी ! समीपस्थ ग्राम खपरी में भी एक किसान व्दारा फसल खराब हो जाने व कर्ज के चलते आत्महत्या किये जाने की जानकारी मिली है. किसान व्दारा आत्महत्या किये जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय कांग्रेसियों ने रत्नाबांधा चौक में सांकेतिक चक्काजाम कर रमन सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए मृत किसान के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।...

    कांग्रेसियों ने किया चक्काजाम, मांगा मुाअवजा धमतरी !   समीपस्थ ग्राम खपरी में भी एक किसान व्दारा फसल खराब हो जाने व कर्ज के चलते आत्महत्या किये जाने की जानकारी मिली है. किसान व्दारा आत्महत्या किये जाने की सूचना मिलते ही स्थानीय कांग्रेसियों ने रत्नाबांधा चौक में सांकेतिक चक्काजाम कर रमन सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए मृत किसान के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की। मिली जानकारी के अनुसार अर्जुनी थाना क्षेत्र के ग्राम खपरी निवासी 44 वर्षीय राधेश्याम पिता छबिलाल साहू ने कल दोपहर अपने घर में ही जहर सेवन कर लिया था. परिजनों को जानकारी होने पर उसे मसीही अस्पताल धमतरी पहुंचाया गया. जहां जांच के पश्चात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. आज दोपहर पंचनामा व पोस्टमार्टम पश्चात मृतक की लाश परिजनों को सौंप दी गई. मृतक किसान राधेश्याम के भाई जनकराम साहू के अनुसार राधेश्याम स्वयं का एवं रेग पर लेकर लगभग पांच एकड़ जमीन पर इस वर्ष किसानी किया था जो अल्प वर्षा व कीट प्रकोप के कारण बुरी तरह नष्ट हो गया. फसल के लिए राधेश्याम ने भारी मात्रा में कर्ज भी लिया था. फसल बर्बाद हो जाने के कारण व शासन-प्रशासन व्दारा उसके खेत को सूखाग्रस्त में शामिल नहीं किये जाने के कारण पिछले कुछ दिनों से वह काफी उदास रहने लगा था. और कर्ज न चुका पाने की स्थिति में उसने कल जहर सेवन कर अपनी जान दे दी. जनक के अनुसार पटवारी व्दारा भी उसके खेतों का किया गया निरीक्षण में भी लगभग 45 प्रतिशत ही क्षति बतायी गयी. जबकि राधेश्याम की फसल 80 से 90 प्रतिशत बर्बाद हो चुकी है. फसल बर्बाद होने व मुआवजा न मिलने की स्थिति को देखते हुए ही राधेश्याम ने आत्महत्या कर ली। इधर किसान द्वारा आत्महत्या करने किये जाने की जानकारी मिलते ही स्थानीय कांग्रेसी भी सड़क पर उतर आये. शहर कांग्रेस, यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता रत्नाबांधा चौक पर चक्काजाम कर रमन सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए धमतरी ब्लाक को भी सूखाग्रस्त घोषित करने व कर्ज से डूबे जिन किसानों ने आत्महत्या की है उनके परिवार को पर्याप्त मुआवजा देने की मांग की. वहीं ग्रामीणों ने भी सरकार से मृतक राधेश्याम के परिजनों को मुआवजा राशि देने की मांग की। कर्ज के कारण किसान ने नहीं की आत्महत्या - प्रशासन इधर प्रशासन का कहना है कि श्री राधेश्याम साहू पिता-श्री छबिलाल साहू ग्राम-खपरी, की मृत्यु 27 नवंबर को जहर सेवन करने के कारण हो गई। इस संबंध में एस.डी.एम.धमतरी तथा तहसीलदार धमतरी द्वारा जांच की गई। जांच में मृतक किसान के पिता और पुत्र ने बताया कि मृतक के ऊपर किसी भी प्रकार के कर्ज की जानकारी उन्हें नही है। कलेक्टर ने बताया कि एसडीएम स्तर की जांच में पाया गया कि मृतक की कृषि भूमि पर फसल कटाई कर लिया गया है। मृतक कृषक के हिस्से में बंटवारे में दो एकड़ भूमि आई थी और दो एकड़ छोटे भाई के नाम पर थी। इस वर्ष मृतक द्वारा स्वयं के दो एकड़ और भाई के हिस्से की एक एकड़ भूमि पर धान की खेती की गई, मृतक के दो एकड़ भूमि की फसल अच्छी पाई गई। भाई के एक एकड़ भूमि में माहो कीट का प्रकोप होने के कारण लगभग 45 प्रतिशत् क्षति हुई है। चूंकि मृतक द्वारा छोटे भाई से एक एकड़ भूमि में खेती की गई थी, मगर उसके भाई ने किसी प्रकार का फसल का तकादा नहीं किया था। जांच में पाया गया कि मृतक के ऊपर किसी साहूकार, बैंक या कृषि साख सहकारी समिति का कर्ज नहीं था। मृतक के पिता श्री छबिलाल साहू और पुत्र श्री मनीष साहू ने बयान दिया कि मृतक के  ऊपर किसी कर्ज की जानकारी उन्हें नही है। मृतक के घर के पास रहने वाले श्री भगवान सिंह रायपुरिया ने बताया कि मृतक शराब के सेवन का आदी था। पी.बी.एस. आईल मिल अर्जुनी में मजदूरी भी करता था। उन्होंने बताया कि पांच-छ: दिन काम में जाने के बाद कुछ समय के लिए काम में नहीं जाता था। उस समय वह घर में शराब का सेवन करता रहता था। काम में नहीं जाने के कारण मृतक की पत्नी से विवाद भी होता था। मृतक की आर्थिक स्थिति अच्छी थी। वह कांक्रीट छत वाली मकान में निवासरत था। श्री रायपुरिया ने बताया कि मृतक 27 नवंबर को सुबह 10 से 11 के बीच उनसे मिलने गया था, तब भी वह शराब पिया हुआ था।


अपनी राय दें